पलामू, 17 अप्रैल . पलामू जिला अंतर्गत छतरपुर थाना क्षेत्र में बिहार के सिवान जिला निवासी मृत्युंजय साह नामक युवक की हत्या के केस का खुलासा पुलिस ने 22 महीने के बाद किया है. हत्यारोपी बिहार के औरंगाबाद निवासी अमित मेहता उर्फ धर्मेंद्र मेहता को गिरफ्तार कर लिया गया है.
पलामू के एएसपी राकेश कुमार ने गुरुवार को यह जानकारी दी. बताया गया कि मृत्युंजय साह और अमित मेहता एक साथ राजस्थान में काम करते थे. इस दौरान मृत्युंजय और अमित की पत्नी अनीता के बीच प्रेम संबंध बन गया. दोनों फोन पर लंबी बातें करते थे.
इसकी जानकारी अमित को हुई तो उसने अपनी पत्नी और दोस्त मृत्युंजय दोनों को एक-दूसरे से बात करने से मना किया था. इसके बाद भी मृत्युंजय साह अनीता पर बात करने के लिए दबाव डाल रहा था.
इससे तंग आकर अमित मेहता ने अपनी पत्नी के साथ मिलकर मृत्युंजय की हत्या की योजना तैयार की.
योजना के अनुसार, अनीता ने मृत्युंजय साह को फोन कर बिहार के डेहरी में मिलने बुलाया. इसके बाद दोनों बस से पलामू के छतरपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत देवगन पहुंचे थे. यहां अनीता के पति अमित मेहता और मृत्युंजय साह के बीच बहस हुई. इसी दौरान अमित ने मृत्युंजय की गोली मारकर हत्या कर दी और शव को जंगल में फेंक दिया.
पुलिस ने 21 जून 2023 को जंगल से मृत्युंजय साह का शव बरामद किया था. उस वक्त इसे ब्लाइंड केस माना जा रहा था. शव की शिनाख्त होने के बाद मृत्युंजय के घरवालों ने पुलिस को बताया था कि वह घर से प्लांट में नौकरी करने की बात बोलकर निकला था.
पलामू पुलिस ने इस हत्याकांड की तफ्तीश के दौरान कई साक्ष्य जुटाए और इसके बाद आरोपी तक पहुंचने में सफल रही. केस की तफ्तीश और खुलासे में छतरपुर के एसडीपीओ अवध कुमार यादव, इंस्पेक्टर द्वारिका राम, थाना प्रभारी प्रशांत प्रसाद और निर्मल कुमार सिंह की प्रमुख भूमिका रही.
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एसएनसी/एबीएम