इंडिगो की आपात लैंडिंग पर पाक का रवैया अमानवीय, दिखाया भारत विरोधी रुख : प्रफुल्ल पटेल

भंडारा (महाराष्ट्र), 23 मई . पाकिस्तान में हाल ही में इंडिगो के विमान को आपात लैंडिंग की इजाजत नहीं मिलने पर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के वरिष्ठ नेता प्रफुल्ल पटेल ने शुक्रवार को तीखी प्रतिक्रिया दी. पटेल ने पाकिस्तान पर मानवता विरोधी रुख अपनाने का आरोप लगाया और कहा कि पाकिस्तान ने एक बार फिर दिखा दिया है कि वह भारत के प्रति कितनी दुश्मनी रखता है.

पटेल ने कहा कि यह एक इमरजेंसी लैंडिंग की स्थिति थी. ऐसी परिस्थितियों में किसी भी देश को मानवीय दृष्टिकोण से मदद करनी चाहिए. लेकिन, पाकिस्तान ने इस घटना को भी भारत और भारतीय नागरिकों के खिलाफ नफरत और द्वेष फैलाने का मौका बना लिया.

उन्होंने कहा कि भारत ने कई बार पाकिस्तान से रिश्ते सुधारने और सद्भावना बनाए रखने की कोशिश की है. लेकिन, हर बार हमें जवाब में आतंकवाद ही मिला है. हमारे कई नागरिकों ने अपनी जानें गंवाई हैं. हाल ही में पहलगाम में हुए हमले के जवाब में हमने प्रधानमंत्री मोदी और भारतीय सेना के माध्यम से कड़ा जवाब दिया, जिससे उनकी अंतर्राष्ट्रीय छवि को ठेस पहुंची है. शायद यही वजह है कि अब वे ऐसी घिनौनी हरकतें कर रहे हैं.

पाकिस्तान के इस रवैये पर कई अन्य नेताओं ने भी टिप्पणी की है. उन्होंने पाक के इस कदम को अमानवीय करार दिया है.

शिवसेना प्रवक्ता संजय निरुपम ने पाकिस्तान के रवैये को अमानवीय बताते हुए कहा कि विमान श्रीनगर के ऊपर उड़ान भर रहा था जब उस पर बिजली गिरने के कारण गड़बड़ी हुई और वह किसी भी समय क्रैश हो सकता था. 224 यात्रियों की जान दांव पर थी, लेकिन पाकिस्तान ने मानवीयता को ताक पर रखकर लैंडिंग की अनुमति देने से इनकार कर दिया. इससे पाकिस्तान का असली चेहरा एक बार फिर सामने आया है. उन्होंने कहा कि भारत में जो लोग अब भी पाकिस्तान के प्रति सहानुभूति रखते हैं और ‘अमन की आशा’ की बातें करते हैं, उन्हें अब इस सच्चाई को पहचानना चाहिए.

शिवसेना (यूबीटी) की राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि विमान में चीख-पुकार मची थी, लेकिन पाकिस्तान ने फिर भी परमिशन नहीं दी. पाकिस्तान अब इंसानियत में विश्वास नहीं करता, उसने खुद को “आतंकिस्तान” में तब्दील कर लिया है. दुनिया को पाकिस्तान का असली चेहरा देखना चाहिए. कुछ सेकंड की बात थी, यह इंसानियत का सवाल था, पूरा क्रू और यात्री जीवन-मृत्यु के बीच झूल रहे थे.

उन्होंने कहा कि पाकिस्तान मानवता के बुनियादी सिद्धांतों को भी भूल गया है. वह मानव जीवन, मानवीय विश्वास, मदद करने की प्रवृत्ति पर विश्वास नहीं करता. उन्होंने आतंकवाद को अपना मॉडल बना लिया है और दुनिया भर में आतंक फैला रहे हैं. डीजीसीए को इस मामले की जांच करनी चाहिए. यह सिर्फ टर्बुलेंस नहीं था, यह एक गंभीर सुरक्षा मामला था.

पीएसके/एकेजे