महंगाई से जूझ रहे पाकिस्तानियों ने ईंधन की कीमत बढ़ाने पर की सरकार की आलोचना

इस्लामाबाद, 1 जुलाई . महंगाई से जूझ रहे पाकिस्तानियों को एक और झटका लगा है. सरकार ने पेट्रोल की कीमत 9.56 रुपये प्रति लीटर बढ़ा दी है. सरकार के इस फैसले की देश भर में कड़ी आलोचना की जा रही है.

शहबाज शरीफ के नेतृत्व वाली सरकार का कहना है कि दुनिया भर में ईंधन की कीमतों में वृद्धि होने कें चलते सरकार ने यहां भी कीमतें बढ़ाने का फैसला किया है.

वित्त मंत्रालय द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार, हाई स्पीड डीजल (एचएसडी) की कीमत में भी 9.56 रुपये प्रति लीटर की वृद्धि हुई है.

ताजा वृद्धि के बाद नई कीमतें अब 265.61 रुपये (प्रति लीटर पेट्रोल) और 277.49 रुपये (प्रति लीटर एचएसडी) हो गई हैं.

इस्लामाबाद निवासी एक शख्स ने कहा, “यह सरकार केवल अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) को खुश करने के लिए काम कर रही है. इसे नागरिकों की पीड़ा की परवाह नहीं है.”

पेट्रोल पंप पर खड़े एक व्यक्ति ने कहा,”मैं बीआईकेईए (पाकिस्तान में परिवहन सेवाएं प्रदान करने वाली एक स्थानीय कंपनी) का एक राइडर हूं. ईंधन की कीमतों में वृद्धि ने मुझे बुरी तरह प्रभावित किया है, क्योंकि हम अपनी सवारी की दरें नहीं बढ़ा सकते हैं और हमें अपनी जेब से ईंधन की कीमतों में वृद्धि का खर्च उठाना पड़ेेेगा.”

उसने कहा, “यह सरकार हमारे दर्द को महसूस नहीं कर सकती है, यह हमारी पीड़ाओं को नहीं समझती, इसे हमारे मरने जीने की परवाह नहीं है. यह केवल आईएमएफ को खुश करना और अपने नागरिकों का जीवन कठिन बनाना चाहती है.”

सरकार पहले से ही बिजली के भारी दरों के चलते लोगों के विरोध का सामना कर रही है. लोगों ने बुनियादी जरूरतों की वस्तुओं की कीमतों के आसमान छूने पर सरकार की कड़ी आलोचना की है.

विशेषज्ञों को डर है कि अगर सरकार पेट्रोल और एचएसडी पर शुल्क बढ़ाने का फैसला करती है, तो आने वाले दिनों में पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतों में और वृद्धि हो सकती है.

अर्थशास्त्री इरशाद अंसारी कहते हैं, “सरकार पेट्रोल और एचएसडी पर 60 रुपये प्रति लीटर पेट्रोलियम शुल्क लगा रही है, जबकि उन्हें सामान्य बिक्री कर से छूट दी गई है.”

उन्होंने कहा, “अगर सरकार पेट्रोल और एचएसडी दोनों पर शुल्क 5 रुपये प्रति लीटर बढ़ाने का फैसला करती है, तो पेट्रोल और एचएसडी की कीमतें क्रमशः 12.54 रुपये और 14.84 रुपये प्रति लीटर बढ़ जाएंगी.”

वित्त विधेयक 2024 में पेट्रोलियम कर की अधिकतम सीमा 80 रुपये प्रति लीटर प्रस्तावित की गई है. इसका मतलब है कि सरकार आने वाले दिनों में करों में बढ़ोतरी करेगी. इसका सीधा असर पेट्रोल और एचएसडी की कीमतों पर पड़ेगा.

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