नई दिल्ली, 21 मार्च . पाकिस्तान की अनुभवी बल्लेबाज जावेरिया खान ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की है, जिससे उनका 15 साल लंबा करियर खत्म हो जाएगा.
जावरिया ने 6 मई, 2008 को श्रीलंका के कुरुनेगला में महिला एशिया कप मैच में श्रीलंका के खिलाफ अपना वनडे डेब्यू किया और 2009 में डबलिन में आयरलैंड के खिलाफ टी20 डेब्यू किया.
उन्होंने 228 अंतर्राष्ट्रीय मैचों में पाकिस्तान महिला टीम का प्रतिनिधित्व किया और 4,903 रन बनाए, जिसमें 2 शतक और 25 अर्धशतक शामिल थे. जबकि, अपनी ऑफ-ब्रेक गेंदबाजी से 28 विकेट भी हासिल किए.
जावेरिया ने कहा, “मैं अपनी सेवानिवृत्ति की घोषणा करना चाहती हूं. मैं लीग क्रिकेट के लिए उपलब्ध रहूंगी. मैं अपने पूरे करियर में मिले अटूट समर्थन के लिए आभारी हूं. मैं अपने परिवार, टीम के साथियों, पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड समेत सभी समर्थकों को हर कदम पर उनके समर्थन और मार्गदर्शन के लिए धन्यवाद देना चाहती हूं, जिनकी सराहना मेरे अंदर सर्वश्रेष्ठ लाने में सहायक रही. मुझे पाकिस्तान का झंडा थामने का सौभाग्य मिला है, ये मेरे लिए सबसे खास है.”
35 वर्षीय पाकिस्तान महिला टीम के लिए वनडे और टी20 में दूसरे प्रमुख रन स्कोरर के रूप में सेवानिवृत्त हुईं और साथी बल्लेबाज बिस्माह मारूफ के अलावा पाकिस्तान की एकमात्र महिला क्रिकेटर हैं, जिन्होंने प्रत्येक प्रारूप में 2,000 से अधिक रन बनाए हैं.
जावेरिया ने चार वनडे विश्व कप (2009, 2013, 2017 और 2022) में और सभी आठ टी20 वर्ल्ड कप (2009, 2010, 2012, 2014, 2016, 2018, 2020 और 2023) में पाकिस्तान का प्रतिनिधित्व किया.
वह पाकिस्तान महिला टीम की उस टीम का भी हिस्सा थीं, जिसने चीन और दक्षिण कोरिया में आयोजित 2010 और 2014 एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीता था.
उन्होंने 17 वनडे और 16 टी20 में पाकिस्तान महिला टीम की कप्तानी भी की. 16 टी20 में से, उन्होंने आईसीसी महिला टी20 विश्व कप के दो संस्करणों (2018 और 2020) में टीम की कप्तानी की.
कराची में जन्मी 35 वर्षीया खिलाड़ी ने पिछले साल अगस्त में लाहौर में आयोजित पीसीबी लेवल 2 क्रिकेट कोच कोर्स में भी भाग लिया था.
पीसीबी महिला क्रिकेट प्रमुख तानिया मलिक ने कहा, “पीसीबी और सभी क्रिकेट प्रशंसकों की ओर से, मैं पाकिस्तान में महिला क्रिकेट में उनके अमूल्य योगदान के लिए जावेरिया खान का हार्दिक आभार व्यक्त करती हूं. बल्ले के साथ उनके शानदार रिकॉर्ड किसी पहचान के मोहताज नहीं और मुझे विश्वास है कि उनका शानदार करियर कई लड़कियों को प्रेरित करेगा.
देश को न केवल इस खेल को अपनाना है बल्कि कई वर्षों तक इसमें उत्कृष्टता भी हासिल करनी है. हम उनकी अथक प्रतिबद्धता के लिए उन्हें धन्यवाद देते हैं और उनके भविष्य के प्रयासों में सफलता की कामना करते हैं.”
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एएमजे/एबीएम