पाकिस्तान ने चार साल बाद घर में जीती सीरीज, निर्णायक मैच में इंग्लैंड को 9 विकेट से हराया

रावलपिंडी, 26 अक्टूबर . पाकिस्तान क्रिकेट टीम के बुरे दिन खत्म होते नजर आ रहे हैं. लगातार टीम के अंदर और बाहर उथल-पुथल झेल रही इस टीम ने इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज को 2-1 से अपने नाम किया. इस जीत के साथ ही पाकिस्तान की टीम ने 4 साल से घर में चली आ रही लगातार हार का सिलसिला खत्म किया.

रावलपिंडी में तीसरे और निर्णायक टेस्ट में पाकिस्तान ने इंग्लैंड को 9 विकेट हरा दिया. इसी के साथ पाकिस्तान ने 2021 के बाद घर पर सीरीज 2-1 से जीत ली है.

पाकिस्तान के स्पिनरों नोमान अली और साजिद खान ने मेहमान टीम के बल्लेबाजों को पूरी तरह से खदेड़ दिया और लंच से पहले इंग्लैंड को मात्र 112 रन पर ढेर कर दिया, जो पाकिस्तान में इंग्लैंड का अब तक का छोटा स्कोर है.

इंग्लिश टीम ने पाकिस्तान को महज 36 रन का लक्ष्य दिया. जिसे मेजबान टीम ने 3.1 ओवर में एक विकेट खोकर हासिल कर लिया. कप्तान शान मसूद ने 6 गेंदों पर 23 रन की पारी खेली. उन्होंने सिक्स लगाकर मैच और सीरीज अपने नाम की.

इससे पहले, 24/3 से आगे खेलते हुए दिन की शुरुआत इंग्लैंड के लिए उम्मीद की किरण के साथ हुई क्योंकि हैरी ब्रूक और जो रूट ने मजबूत इरादे के साथ क्रीज पर कदम रखा और उनकी शुरुआती लय ने संकेत दिया कि इंग्लैंड खेल में वापसी का रास्ता खोज सकता है. लेकिन इंग्लिश पारी लड़खड़ा गई और इंग्लैंड ने 46 रन पर सात विकेट खो दिए.

यह जीत, जो कप्तान के रूप में मसूद की पहली सीरीज जीत है, विशेष रूप से पाकिस्तान के अपने दल में बदलाव करने के निर्णय को देखते हुए प्रभावशाली है. जिसमें बाबर आजम, नसीम शाह और शाहीन अफरीदी को बेंच पर बैठाया गया और उनकी जगह साजिद और नोमान को शामिल किया गया.

सूखी, टर्निंग पिचों पर रणनीतिक बदलाव का पूरी तरह से पाक स्पिनरों ने फायदा उठाया और इस जोड़ी ने आखिरी दो मैचों में दबदबा बनाते हुए 40 में से 39 विकेट लिए.

पाकिस्तान के लिए यह निर्णायक बदलाव लगातार छह टेस्ट हार और घरेलू मैदान पर 11 मैचों की जीत रहित श्रृंखला के बाद आया है. इस टीम के लिए यह राहत देने वाली जीत है क्योंकि पिछले कुछ महीने और साल पाकिस्तानी क्रिकेटरों के लिए काफी मुश्किल रहे हैं. जबकि, इंग्लैंड की श्रृंखला निराशाजनक रूप से समाप्त हुई क्योंकि उन्होंने 2024 में चार टेस्ट मैचों में तीसरी हार दर्ज की.

इंग्लैंड ने दो साल पहले पाकिस्तान में जीत दर्ज की थी. हालांकि, इस बार वह सफल नहीं रहे. यह बेन स्टोक्स की कप्तानी में उनकी केवल दूसरी श्रृंखला हार थी.

एएमजे/आरआर