पाकिस्तान को मिलेगा करारा जवाब, शुरुआत भारत ने नहीं की, लेकिन अंत हम ही करेंगे : मनजिंदर सिंह सिरसा

नई दिल्ली, 26 अप्रैल . जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले को लेकर दिल्ली सरकार के मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने पाकिस्तान को चेतावनी दी है. उन्होंने कहा कि भारत पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब देगा. साथ ही, केंद्र सरकार से सुरक्षा चूक की जांच और दोषियों को कड़ी सजा देने की मांग की.

सिरसा ने शुक्रवार को समाचार एजेंसी से बातचीत में कहा कि पाकिस्तान ने हमेशा आतंकवाद को बढ़ावा दिया है. पहलगाम में धर्म पूछकर निर्दोष लोगों को मारा गया. जो लोग बेकसूरों की मौत पर जश्न मनाते हैं, उन्हें शर्म नहीं है. ऐसे लोगों को कड़ा जवाब मिलना चाहिए.

उन्होंने कहा, “जिन्होंने हमला किया और जिन्होंने इसके लिए उकसाया, उन सभी से हिसाब लिया जाएगा. भारत ने शुरुआत नहीं की, लेकिन अंत भारत ही करेगा.”

भाजपा नेता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा उठाए गए कठोर कदमों का स्वागत किया. उन्होंने कहा, “हम केंद्र सरकार के साथ खड़े हैं. दोषियों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए ताकि जान गंवाने वालों की आत्मा को शांति मिले और उनके परिवारों को न्याय.”

उन्होंने कहा कि जो निर्दोष लोगों के सिर कलम किए जाने पर दूतावासों में केक मंगवाकर जश्न मनाते हैं, क्या उन्हें आप पानी पीने के लायक समझते हैं? उन्हें पानी भी नहीं मिलना चाहिए. जो लोग निर्दोष लोगों के मरने पर केक खाने की बात करते हैं, मिठाई खाते हैं, बांटते हैं, क्या उनमें कोई शर्म बची है? क्या उनमें इंसानियत बची है?

उन्होंने सुरक्षा व्यवस्था में चूक पर भी सवाल उठाए और कहा कि सरकार की जवाबदेही तय करनी चाहिए. उन्होंने कहा, “इतने संवेदनशील इलाके में आतंकी कैसे घुस आए? ऐसी लापरवाही दोबारा नहीं होनी चाहिए.”

सिरसा ने पाकिस्तान की पूर्व विदेश मंत्री हिना रब्बानी खार के बयान की भी निंदा की, जिसमें उन्होंने भारत को धमकी दी थी.

उन्होंने कहा, “अगर पाकिस्तान बाज नहीं आएगा, तो उसे इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा. भारत कभी आतंकवाद के आगे नहीं झुका और हमारी सेना इसका जवाब देगी.”

उन्होंने जोर दिया कि पूरा देश इस मुश्किल घड़ी में एकजुट है और भारतीय सेना पर गर्व है.

भाजपा नेता ने स्पष्ट किया कि वह धर्म के आधार पर भेदभाव में विश्वास नहीं करते. उन्होंने सरकार से अपील की कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं ताकि निर्दोष नागरिकों की जान न जाए.

एसएचके/एकेजे