भारत को ट्रॉफी देने से इनकार करने पर पाकिस्तान को भुगतना पड़ सकता है दंड : रिपोर्ट

Mumbai , 29 सितंबर . टी-20 एशिया कप में Pakistan टीम ने कई विवादों को जन्म दिया है. उन्होंने मैच के रेफरी एंडी पाइक्राफ्ट से टीम इंडिया द्वारा हाथ न मिलाने पर आपत्ति जताई, टूर्नामेंट से हटने की धमकी दी और अंत में विजेताओं को ट्रॉफी देने से मना कर दिया. इन कारणों से Pakistan को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दंड भुगतना पड़ सकता है.

एशियाई क्रिकेट परिषद (एसीसी) और Pakistan क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के सूत्रों ने टेलीकॉम एशिया स्पोर्ट को बताया कि अगले सप्ताह होने वाली आईसीसी बोर्ड की बैठक में यह मुद्दा मुख्य रूप से उठ सकता है.

सूत्रों ने बताया, “भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) अगले सप्ताह आईसीसी बोर्ड की बैठक में इस मुद्दे को उठाएगा. यह मामला कई विवादों के बाद सामने आया है, जिसमें Pakistan क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने टकराव वाली प्रतिक्रिया दी थी. इसमें मैच रेफरी पर आपत्ति जताना और विजेता को ट्रॉफी दिए बिना उसे वापस ले लेना शामिल है.”

Sunday को भारतीय खिलाड़ियों ने मोहसिन नकवी से ट्रॉफी लेने से मना कर दिया. मोहसिन नकवी एशियाई क्रिकेट परिषद और Pakistan क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के अध्यक्ष होने के साथ-साथ Pakistan के आंतरिक मंत्री भी हैं.

एशियाई क्रिकेट परिषद (एसीसी) के उपाध्यक्ष बांग्लादेश के अमीनुल इस्लाम और आईसीसी एसोसिएट्स के प्रतिनिधि, जो पहले एमिरेट्स बोर्ड के सीईओ रहे हैं, मुबाशिर उस्मानी ने भी मोहसिन नकवी से अपना रुख बदलने की बात कही, लेकिन उन्होंने मानने से इनकार कर दिया.

सूत्रों ने बताया, “इस्लाम ने ट्रॉफी India को देने की पेशकश की, लेकिन नकवी ने कहा कि वह ही एसीसी अध्यक्ष होने के नाते भारतीय टीम को ट्रॉफी देंगे.” उन्होंने आगे कहा, “नकवी लगातार फोन पर अपने वरिष्ठ अधिकारियों से सलाह ले रहे थे, जिन्होंने उन्हें अपना रुख बदलने से मना किया था.”

नकवी ने एसीसी अधिकारियों को ट्रॉफी ले जाने का आदेश दिया. यह सुनकर सभी हैरान रह गए क्योंकि ट्रॉफी दी नहीं गई. एमिरेट्स बोर्ड के सीईओ सुल्तान मोहम्मद ज़रवानी ने भी मामला सुलझाने की कोशिश की, लेकिन कोई असर नहीं हुआ.

सूत्रों ने टेलीकॉम एशिया स्पोर्ट को बताया, “विजेताओं से ट्रॉफी लिए बिना उसे वापस ले लेना बहुत गंभीर बात है और इसे गलत माना जाता है. अगर बीसीसीआई आईसीसी की बैठक में सख्त कदम उठाता है, तो यह Pakistan क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के खिलाफ गंभीर कार्रवाई हो सकती है.”

एसएचके/एएस