नई दिल्ली, 23 मई . पाकिस्तान में इंडिगो एयरलाइंस के विमान को लैंडिंग की इजाजत नहीं मिलने पर शिवसेना यूबीटी की राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने तल्ख टिप्पणी की. इसके अलावा उन्होंने सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल को विदेश भेजने की केंद्र की पहल पर भी अपनी राय रखी.
प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि विमान में चीख-पुकार मची थी, लेकिन पाकिस्तान ने फिर भी परमिशन नहीं दी. पाकिस्तान अब इंसानियत में विश्वास नहीं करता, उसने खुद को आतंकिस्तान में तब्दील कर लिया है. दुनिया को पाकिस्तान का असली चेहरा देखना चाहिए. कुछ सेकंड की बात थी, यह इंसानियत का सवाल था, पूरा क्रू और यात्री जीवन-मृत्यु के बीच झूल रहे थे.
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान मानवता के बुनियादी सिद्धांतों को भी भूल गया है. वह मानव जीवन, मानवीय विश्वास, मदद करने की प्रवृत्ति पर विश्वास नहीं करता.
उन्होंने सवाल किया कि अगर वह ऐसा करते, तो क्या पाकिस्तान आज इस स्थिति में होता? उन्होंने आतंकवाद को अपना मॉडल बना लिया है और दुनिया भर में आतंक फैला रहे हैं.
उन्होंने आगे कहा कि डीजीसीए को इस मामले की जांच करनी चाहिए. यह सिर्फ टर्बुलेंस नहीं था, यह एक गंभीर सुरक्षा मामला था.
इससे पहले उन्होंने एक एक्स पोस्ट में लिखा था, “इस बात से हैरान मत होइए, पाकिस्तान न केवल एक दुष्ट राष्ट्र है, बल्कि अपने इरादों में बेशर्म भी है, जिसमें मानवीय मूल्यों का अभाव है. मैं फिर से दोहराती हूं कि इंडिगो के पायलट को तूफान में शांत रहने और चालक दल और यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सम्मानित किया जाना चाहिए.”
‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर केंद्र की सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के विदेश दौरे पर देश की सुरक्षा को सर्वोपरि बताते हुए चतुर्वेदी ने सरकार से जवाबदेही की मांग की. उन्होंने कहा कि हम विपक्ष में हैं, लेकिन सबसे पहले हम देशवासी हैं. हमें विदेश जाकर पाकिस्तान को बेनकाब करना है. विपक्षी दल के नेता भी देश का पक्ष ही रखेंगे. सरकार की भी एक जवाबदेही होती है, उसे पारदर्शिता और जिम्मेदारी से काम लेना चाहिए.
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पीएसके/एबीएम