New Delhi/लंदन, 24 जुलाई . प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिन के ब्रिटेन दौरे पर हैं. Thursday को ब्रिटिश पीएम कीर स्टार्मर ने उनसे पूरी गर्मजोशी के साथ मुलाकात की. इस दौरान दोनों नेताओं ने भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) पर हस्ताक्षर किए. भारत-ब्रिटेन द्वारा मुक्त व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर के बाद पीएम मोदी ने कहा कि भारत के लोगों को यूके में बने प्रोडक्ट सुलभ और किफायती दरों पर उपलब्ध होंगे.
इस दौरान पीएम मोदी ने पहलगाम आतंकी हमला, Ahmedabad प्लेन क्रैश और रूस-यूक्रेन युद्ध पर भी अपनी बातें रखीं.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “आज हमारे संबंधों में एक ऐतिहासिक दिवस है. मुझे खुशी है कि कई वर्षों की मेहनत के बाद, आज दोनों देशों में व्यापक आर्थिक और व्यापारिक समझौता संपन्न हुआ है. ये समझौता मात्र आर्थिक साझेदारी नहीं है बल्कि साझा समृद्धि की योजना है. एक ओर भारतीय टेक्सटाइल, फुटवियर, जेम्स एंड ज्वेलरी, सी फूड और इंजीनियरिंग गुड्स को यूके में बेहतर मार्केट एक्सेस मिलेगा. भारत के एग्रीकल्चर प्रोड्यूस और प्रोसेस्ड फूड इंडस्ट्री के लिए यूके मार्केट में नए अवसर बनेंगे. भारत के युवाओं, किसानों, मछुआरों और एमएसएमई सेक्टर के लिए ये समझौता विशेष रूप से लाभकारी सिद्ध होगा. दूसरी ओर, भारत के लोगों और इंडस्ट्री के लिए यूके में बने प्रोडक्ट्स, जैसे मेडिकल डिवाइसेज और एयरोस्पेस पार्ट्स सुलभ और किफायती दरों पर उपलब्ध हो सकेंगे. ये समझौता भारत के युवाओं, किसानों, मछुआरों और एमएसएमई क्षेत्र के लिए विशेष रूप से लाभकारी सिद्ध होगा.
उन्होंने कहा कि अगले दशक में हमारी कंप्रिहेन्सिव स्ट्रैटजिक पार्टनरशिप को नई गति और ऊर्जा देने के लिए विजन 2035 जारी किया जा रहा है. यह टेक्नोलॉजी, डिफेंस, क्लाइमेट, एजुकेशन और पीपल-टू-पीपल कनेक्ट के क्षेत्रों में एक मजबूत, भरोसेमंद और महत्वाकांक्षी साझेदारी का रोडमैप बनेगा.
उन्होंने पहलगाम आंतकी हमले का जिक्र किया और कहा कि पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले की कठोर निंदा के लिए हम प्रधानमंत्री स्टार्मर और उनकी सरकार का आभार व्यक्त करते हैं. हम एकमत हैं कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में दोहरे मापदंडों का कोई स्थान नहीं है. हम इस बात पर भी सहमत हैं कि आतंकवाद समर्थित विचारधारा वाली शक्तियों को लोकतांत्रिक स्वतंत्रता का दुरुपयोग नहीं करने दिया जा सकता. जो लोग लोकतंत्र को कमजोर करने के लिए लोकतांत्रिक स्वतंत्रता का दुरुपयोग करते हैं, उन्हें जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए.
पीएम मोदी ने रूस-यूक्रेन युद्ध का जिक्र करते हुए कहा, “इंडो पैसिफिक में शांति और स्थिरता, यूक्रेन में चल रहे संघर्ष और पश्चिम एशिया की स्थिति पर हम विचार साझा करते रहे हैं. हम जल्द से जल्द शांति और स्थिरता की बहाली का समर्थन करते हैं. सभी देशों की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान अनिवार्य है. आज के युग की मांग विस्तारवाद नहीं विकासवाद ही है.”
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “पिछले महीने Ahmedabad में हुए हादसे में मारे गए लोगों में कई ब्रिटिश नागरिक भी थे. हम उनके परिवारों के प्रति अपनी संवेदनाएं प्रकट करते हैं. ब्रिटेन में रहने वाले भारतीय मूल के लोग हमारे संबंधों में एक जीवंत सेतु का काम करते हैं. वे भारत से सिर्फ कढ़ी ही नहीं, बल्कि रचनात्मकता, प्रतिबद्धता और चरित्र भी लेकर आए हैं. उनका योगदान सिर्फ ब्रिटेन की समृद्ध अर्थव्यवस्था तक सीमित नहीं है, बल्कि ब्रिटेन की संस्कृति, खेल और जनसेवा में भी दिखता है.”
उन्होंने अपने संबोधन में भारत बनाम इंग्लैंड टेस्ट सीरीज का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा, “जब भारत और यूके मिले और वो भी टेस्ट सीरीज के दौरान तब क्रिकेट का उल्लेख करना ही पड़ता है. दोनों देशों के लिए क्रिकेट सिर्फ खेल नहीं बल्कि जुनून भी है और हमारी साझेदारी के लिए एक महान रूपक भी है. कभी-कभी स्विंग मिस हो सकता है, लेकिन हम हमेशा सीधे बल्ले से खेलेंगे. हम हाई स्कोरिंग दीर्घकालिक साझेदारी बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं. आज संपन्न हुए समझौते और विजन 2035 इसे आगे बढ़ाने वाले माइलस्टोन हैं.”
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एसके/एबीएम