‘हमें अनुकंपा नहीं, न्याय चाहिए’, जब कांग्रेस अधिवेशन में दादा भाई नौरोजी ने दिखाई थी ‘स्वराज’ की राह
New Delhi, 3 सितंबर . साल था 1906 और जगह थी कलकत्ता (अब कोलकाता). कांग्रेस का राष्ट्रीय अधिवेशन चल रहा था और इसमें दादा भाई नौरोजी ने जोरदार भाषण दिया. उन्होंने अपने संबोधन में प्रमुखता से ‘स्वराज’ का जिक्र किया और ब्रिटिश हुकूमत को ललकारते हुए कहा था, ”जिस प्रकार सभी सेवाओं, विभागों और अन्य … Read more