पी चिदंबरम बोले ‘इंडी ब्लॉक कमजोर’, तो राजीव चंद्रशेखर ने समझाया कांग्रेस और भाजपा के बीच का फर्क

नई दिल्ली, 16 मई . कांग्रेस के कद्दावर नेताओं में शुमार और पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री पी चिदंबरम के बयान ने इंडी ब्लॉक के भविष्य पर प्रश्नचिन्ह लगा दिया है. उनकी टिप्पणी पर विरोधी खेमा हमलावर है. भाजपा की केरल इकाई के अध्यक्ष और पूर्व मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने भी सहज अंदाज में भाजपा और कांग्रेस के बीच का फर्क समझाया है.

उन्होंने एक्स पोस्ट के जरिए अपनी बात कही. लिखा- भाजपा एक मजबूत पार्टी है क्योंकि यह इंडियाफर्स्ट के मजबूत मूल्यों/सिद्धांतों में विश्वास करती है और सभी भारतीयों की परवाह करती है – और इसलिए इसे अधिकांश भारतीयों का समर्थन प्राप्त है. इंडी गठबंधन पार्टियों का एक मिश्रित समूह है – जो केवल भ्रष्टाचार और शोषण के प्रति प्रेम और पीएम नरेंद्र मोदी के प्रति भय/घृणा के कारण एक साथ आए हैं.

दरअसल, सियासी हमले का कारण चिदंबरम का वह बयान है जिसमें उन्होंने इंडी ब्लॉक के टूटने की आशंका जताई थी. चिदंबरम पूर्व विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद और मृत्युंजय सिंह यादव की लिखी पुस्तक ‘कंटेस्टिंग डेमोक्रेटिक डेफिसिट’ के विमोचन कार्यक्रम में पहुंचे थे और मंच से उन्होंने अपनी बात कही. उन्होंने कहा, “इंडिया गठबंधन का भविष्य उज्ज्वल नहीं दिखता है.”

पूर्व केंद्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि यह ब्लॉक “सीम से फटा हुआ” यानी बिखरता हुआ दिखाई दे रहा है.

चिदंबरम ने कहा, ‘भविष्य (इंडिया ब्लॉक का) उतना उज्ज्वल नहीं है, जैसा मृत्युंजय सिंह यादव ने कहा, उन्हें लगता है कि गठबंधन अब भी बरकरार है, लेकिन इसको लेकर मैं आश्वस्त नहीं हूं. इसका जवाब केवल सलमान खुर्शीद दे सकते हैं क्योंकि वह ‘इंडिया’ गठबंधन के लिए बातचीत करने वाली टीम का अंग थे. अगर गठबंधन पूरी तरह से बरकरार है, तो मुझे बहुत खुशी होगी. लेकिन पता चलता है कि यह कमजोर पड़ गया है.’

पूर्व वित्त मंत्री ने कहा कि विपक्ष को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को “दुर्जेय मशीनरी” करार दिया. उन्होंने माना कि भाजपा सिर्फ एक राजनीतिक दल नहीं है, बल्कि “एक मशीन के पीछे लगी एक और मशीन” है, जो भारत की सभी संस्थाओं को नियंत्रित करने की ताकत रखती है.

चिदंबरम ने माना, ‘मेरे अनुभव और मेरे इतिहास के अध्ययन के अनुसार, भाजपा जितना सशक्त रूप से संगठित कोई राजनीतिक दल नहीं है. यह सिर्फ एक राजनीतिक दल नहीं बल्कि यह एक मशीन के पीछे दूसरी मशीन है और दो मशीनें भारत में सभी मशीनरी को नियंत्रित करती हैं.’

केआर/