सेप्सिस से फेफड़ों की इंजरी के खिलाफ उम्मीद की किरण बन सकती है ओजोन थेरेपी

नई दिल्ली, 29 दिसंबर . शोधकर्ताओं का मानना है कि सेप्सिस से फेफड़ों को होने वाली इंजरी के लिए ओजोन थेरेपी एक नया और आशाजनक इजाल साबित हो सकता है. सेप्सिस एक गंभीर और अक्सर घातक जटिलता है जो संक्रमण के कारण होती है. यह फेफड़ों की गंभीर इंजरी (एएलआई) और एक्यूट रेस्पीरेटरी डिस्ट्रेस सिंड्रोम (एआरडीएस) का एक प्रमुख कारण हो सकता है.

चीन की नांजिंग मेडिकल यूनिवर्सिटी के एक अध्ययन के अनुसार, यह प्रीक्लिनिकल मॉडलों में इसे नये उपचार से मरीजों के बचने की दर और फेफड़ों की कार्यकुशलता में सुधार देखा गया. यह उपचार के सीमित विकल्पों वाले मरीजों के लिए आशा की किरण बन सकता है.

न्यूट्रोफिल एक्स्ट्रा सेल्यूलर ट्रैप्स (एनईटी) सेप्सिस की प्रगति में एक केंद्रीय भूमिका निभाते हैं, क्योंकि वे रोगाणुओं को अपनी जाल में जकड़ने का काम करते हैं. हालांकि अत्यधिक इन्फ्लेमेशन का कारण भी बन सकते हैं जिससे फेफड़ों की इंजरी बढ़ जाती है.

सेप्सिस-प्रेरित एएलआई की जटिलता को देखते हुए इसके उपचार के लिए नई रणनीति की जरूरत है ताकि इसे गंभीर बीमारी का बेहतर प्रबंधन किया जा सके. इसकी जटिलता का कारण इन्फ्लेमेशन, प्रतिरक्षा प्रणाली का अनियंत्रित होना और रक्त जमाव का मिश्रित प्रभाव है.

जर्नल ऑफ बायोमेडिकल रिसर्च में प्रकाशित अध्ययन में विस्तार से बताया गया है कि मेडिकल ओजोन थेरेपी किस तरह से एनईटी को प्रभावी ढंग से साफ करती है और सेप्सिस-प्रेरित एएलआई से पीड़ित चूहों के जिंदा बचने की दर और फेफड़ों की कार्यक्षमता में उल्लेखनीय सुधार किया.

यह शोध इस घातक स्थिति के लिए नए उपचारों की खोज में एक महत्वपूर्ण कदम है. यह अध्ययन सेप्सिस-प्रेरित एएलआई पर ओजोन थेरेपी के चिकित्सीय प्रभावों के पीछे के तंत्र का गहन अन्वेषण करता है.

अध्ययन के मुख्य अन्वेषक डॉ. वेन-ताओ लियू ने कहा, “हमारा शोध दर्शाता है कि मेडिकल ओजोन थेरेपी सेप्सिस-प्रेरित एएलआई के प्रबंधन में सुधार कर सकती है. यह महत्वपूर्ण देखभाल के लिए एक आशाजनक नया दृष्टिकोण पेश करती है, जो सेप्सिस से पीड़ित मरीजों के लिए बेहतर परिणाम ला सकती है.”

इस अध्ययन का प्रभाव दूरगामी है. यदि बाद के शोध मानव परीक्षणों में इन परिणामों की पुष्टि करते हैं, तो मेडिकल ओजोन थेरेपी सेप्सिस-प्रेरित फेफड़ों की चोट के लिए एक व्यवहार्य और प्रभावी उपचार बन सकती है, एक ऐसी स्थिति जिसके लिए वर्तमान में बहुत कम उपचार विकल्प हैं.

इस अध्ययन के प्रभाव दूरगामी हैं. यदि बाद के शोध मानव परीक्षणों में इन परिणामों की पुष्टि करते हैं, तो मेडिकल ओजोन थेरेपी सेप्सिस-प्रेरित फेफड़ों की इंजरी के लिए प्रभावी उपचार बन सकती है.

जिंदा बचने की संभावना और फेफड़ों की कार्यक्षमता में सुधार लाने की ओजोन थेरेपी की क्षमता सेप्सिस के प्रबंधन में बदलाव ला सकती है, तथा इससे उन मरीजों के लिए नई उम्मीद जग सकती है, जिनका जीवन निराशाजनक स्थिति में है.

अध्ययन के लेखकों ने कहा कि जैसे-जैसे यह आशाजनक चिकित्सा अनुसंधान के माध्यम से आगे बढ़ेगी, यह सेप्सिस के खिलाफ लड़ाई में आधारशिला बन सकती है.

एफजेड/एकेजे