दमिश्क में बदलाव की प्रक्रिया को हमारा समर्थन : ‘सीरिया पर पेरिस सम्मेलन’ में भाग लेने वाले देश

पेरिस, 14 फरवरी . सीरिया पर पेरिस सम्मेलन में भाग लेने वाले देशों ने सीरिया के बदलाव की प्रक्रिया का समर्थन किया. सीरिया सहित लगभग 20 देश, यूरोपीय संघ, सीरिया के लिए संयुक्त राष्ट्र के विशेष दूत, अरब राज्यों की लीग और खाड़ी सहयोग परिषद के महासचिवों ने फ्रांस की ओर से आयोजित अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में गुरुवार को भाग लिया

एक संयुक्त वक्तव्य में, प्रतिभागियों ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव 2254 के प्रमुख सिद्धांतों के अनुरूप, सीरिया का शांतिपूर्ण, विश्वसनीय, व्यवस्थित और तेज समावेशी परिवर्तन को अपना समर्थन दिया.

प्रतिभागी देशों ने जोर देते हुए कि यह परिवर्तन सीरिया के नेतृत्व और स्वामित्व के तहत होना चाहिए.

प्रतिभागियों ने सीरियाई लोगों को एक सुरक्षित, आशाजनक और अधिक शांतिपूर्ण भविष्य देने में सक्षम बनाने के लिए मिलकर काम करने का वादा किया. उन्होंने संयुक्त राष्ट्र चार्टर, अंतरराष्ट्रीय कानून और प्रासंगिक संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों के सिद्धांतों के अनुसार ‘सीरिया की संप्रभुता, क्षेत्रीय अखंडता और एकता सुनिश्चित करने’ की अपनी इच्छा जाहिर की.

प्रतिभागी देशों ने कहा कि वे सीरिया के आर्थिक सुधार का समर्थन करके शरणार्थियों की स्वैच्छिक और स्थायी वापसी की सुविधा भी प्रदान करेंगे. उन्होंने कहा कि वे सीरियाई विरासत के रखरखाव, पुनर्वास, संरक्षण और संवर्धन का समर्थन करने के लिए प्रतिबद्ध हैं.

बता दें 8 दिसंबर, 2024 को, विद्रोही बलों के अभियान के कारण बशर अल-असद को सत्ता छोड़नी पड़ी जिन्होंने दशकों तक देश पर राज किया. विद्रोही गुटों का अभियान शुरुआत 30 नवंबर को विद्रोहियों द्वारा अलेप्पो पर कब्जा करने से हुई थी.

सशस्त्र गठबंधन का नेतृत्व इस्लामिस्ट आतंकवादी समूह हयात तहरीर अल-शाम (एचटीएस) और तुर्की समर्थित सीरियाई राष्ट्रीय सेना (एसएनए) ने किया.

सीरिया के अंतरिम राष्ट्रपति अहमद अल-शरा 2017 से हयात तहरीर अल-शाम (एचटीएस) का नेतृत्व कर रहे हैं. उन्होंने दिसंबर 2024 में बशर अल-असद को हटाने और सीरियाई संक्रमणकालीन सरकार की स्थापना के लिए आक्रामक अभियान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. असद को हटाने के बाद से वह देश के वास्तविक नेता हैं.

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