नई दिल्ली, 2 फरवरी . 2025 चैंपियंस ट्रॉफी में शुरू होने में मात्र 17 दिन शेष हैं. भारत के मुख्य कोच गौतम गंभीर ने कहा कि उनकी टीम प्रतियोगिता में प्रत्येक मैच जीतने पर ध्यान केंद्रित कर रही है, न कि केवल चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के खिलाफ मुकाबले में जीत हासिल करने पर.
2002 और 2013 में चैंपियंस ट्रॉफी जीतने वाली भारतीय क्रिकेट टीम 23 फरवरी को दुबई में पाकिस्तान से भिड़ेगी.
मुंबई में बीसीसीआई के वार्षिक पुरस्कार समारोह के अवसर पर गंभीर ने स्टार स्पोर्ट्स से कहा, “हम चैंपियंस ट्रॉफी में यह सोचकर नहीं जाते कि 23 तारीख का मैच हमारे लिए सबसे महत्वपूर्ण है. मुझे लगता है कि पांच मैच, सभी मैच महत्वपूर्ण हैं. दुबई जाने का मिशन चैंपियंस ट्रॉफी जीतना है, न कि केवल एक विशेष मैच जीतना.”
उन्होंने कहा, “लेकिन हां, यदि यह चैंपियंस ट्रॉफी जीतने के बीच का एक मैच है, तो हम इसे यथासंभव गंभीरता से लेने का प्रयास करेंगे. सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि जब दो देश, भारत और पाकिस्तान, एक दूसरे के खिलाफ खेलते हैं, तो जाहिर है कि भावनाएं बहुत अधिक होती हैं, लेकिन अंत में यह एक मुकाबला ही रहता है.”
भारत को 20 फरवरी और 2 मार्च को दुबई में बांग्लादेश और न्यूजीलैंड के खिलाफ भी भिड़ना है. यह मैच आठ टीमों के टूर्नामेंट के नॉकआउट में प्रवेश करने के लिए जीतने बहुत महत्वपूर्ण हैं. गंभीर ने यह भी महसूस किया कि एकदिवसीय विश्व कप की तुलना में चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान गलती की बहुत कम गुंजाइश होती है.
गंभीर ने कहा, “50 ओवर के विश्व कप की तुलना में चैंपियंस ट्रॉफी एक पूरी तरह से अलग चुनौती है क्योंकि हर खेल सचमुच निर्णायक होता है, इसलिए आप इस टूर्नामेंट में कहीं भी नहीं रुक सकते. उम्मीद है कि हम वास्तव में अच्छी शुरुआत करेंगे, क्योंकि आखिरकार, अगर आप आगे बढ़ना चाहते हैं और प्रतियोगिता जीतना चाहते हैं, तो आपको पांच गेम जीतने होंगे.”
गंभीर ने रोहित शर्मा और विराट कोहली के हाल के खराब प्रदर्शन के बावजूद आगामी टूर्नामेंट में भारत के लिए अच्छा प्रदर्शन करने पर भरोसा जताया. रोहित और कोहली के साथ रविंद्र जडेजा 2013 में भारत की चैंपियंस ट्रॉफी जीत के एकमात्र मौजूदा सदस्य हैं.
गंभीर ने कहा, “मुझे लगता है कि रोहित और विराट दोनों ही ड्रेसिंग रूम में बहुत महत्वपूर्ण हैं. वे भारतीय क्रिकेट में भी बहुत अहम हैं. उन्हें (चैंपियंस ट्रॉफी में) एक बड़ी भूमिका निभानी है. और मैंने पहले भी कहा है, वे लोग बहुत भूखे हैं, वे देश के लिए खेलना चाहते हैं.”
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एससीएच/एएस