New Delhi, 22 अगस्त . विदेश मामलों के विशेषज्ञ सुधींद्र कुलकर्णी ने Friday को चीन के राजदूत शू फीहॉन्ग के हालिया बयान का स्वागत करते हुए कहा कि टैरिफ को लेकर चीन भी अमेरिका की निंदा करता है और India के साथ मजबूती के साथ खड़ा है.
कुलकर्णी ने अमेरिकी टैरिफ को लेकर कहा कि President ट्रंप का India को लेकर यह व्यवहार बिल्कुल भी उचित नहीं है. उन्होंने कहा कि अमेरिकी President ट्रंप पूरी दुनिया को ‘ग्लोबल Policeमैन’ बन बनकर धमका रहे हैं.
न्यूज एजेंसी से बात करते हुए कुलकर्णी ने कहा, “उन्हें किसी ने ‘ग्लोबल Policeमैन’ नियुक्त नहीं किया है. हमारी और चीन की विदेश नीति में हालिया बदलाव, जिससे भारत-चीन संबंधों में सुधार हुआ है, एक अत्यंत स्वागत योग्य कदम है, जिसका मैं तहे दिल से समर्थन करता हूं.”
उन्होंने पीएम मोदी के इस महीने के अंत में होने वाले चीन दौरे को लेकर कहा, “हमारे Prime Minister Narendra Modi इस महीने के अंत में एससीओ शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए चीन का दौरा कर रहे हैं. यह 2017 के बाद भारतीय Prime Minister मोदी की पहली चीन यात्रा होगी. इसलिए, बहुत सारी उम्मीदें हैं और यह बिल्कुल स्पष्ट है कि India के लोग Prime Minister का समर्थन कर रहे हैं और चीन के साथ दोस्ती के नए मोड़ का समर्थन कर रहे हैं.”
आर्थिक मामलों के विशेषज्ञ आकाश जिंदल ने अमेरिकी टैरिफ को गलत बताते हुए से कहा, “हमें रूस से तेल लेने के लिए टारगेट किया जा रहा है, जबकि रूस से अमेरिका खुद तेल खरीदता है. यूरोपियन यूनियन भी रूस से तेल का एक बड़ा खरीदार है. यहां तक कि चीन भी रूस से तेल खरीदता है. इसलिए India को सिंगल आउट कर इतना टैरिफ लगाना पूरी तरह से गलत है.”
उन्होंने आगे कहा, “रूसी हमारे पुराने दोस्त हैं. उनके साथ हमारी दोस्ती और कारोबार बहुत पुराना है. ऐसे में रूस से तेल खरीदने में किसी तरह की कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए.”
जिंदल ने India Government की वर्तमान मौजूदा पॉलिसी की तारीफ करते हुए कहा कि हम चीन के साथ भी अच्छे रिश्ते बनाने की राह में हैं. हालांकि अमेरिका और चीन से सावधान रहने की भी सख्त जरूरत है. हमें चीन को लेकर पुरानी कार्रवाहियों को नहीं भूलना चाहिए. हमें बैलेंस बनाए रखने की जरूरत है. साथ ही, यूएस, चीन के साथ व्यापार बढ़ाने के अवसरों को जरूर तलाशना चाहिए.
उन्होंने GST सुधार को लेकर कहा, “हमारी सबसे बड़ी ताकत घरेलू उपभोग है, GST के भी दो स्लैब खत्म होने जा रहे हैं, जिससे उपभोग को बढ़ावा मिलेगा.”
जिंदल ने कहा कि त्योहारी सीजन के साथ ही देश के उपभोग में तेजी आएगी और कुल मिलाकर देश की ग्लोबल ट्रेड पर निर्भरता बहुत अधिक नहीं रह जाएगी.
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