हमारी सरकार सुरक्षित और न्यायपूर्ण समाज बनाने के लिए प्रतिबद्ध : हिमंत बिस्वा सरमा

गुवाहाटी, 25 अगस्त . असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने बलात्कार के खिलाफ एकजुट रुख अपनाने पर जोर देते हुए इसे “मानवीय गरिमा का गंभीर उल्लंघन” बताया है.

सीएम सरमा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर पोस्ट करते हुए लिखा, “बलात्कार की हर एक घटना की स्पष्ट रूप से निंदा की जानी चाहिए, क्योंकि यह मानवीय गरिमा का गंभीर उल्लंघन है. समाज से इस जघन्य अपराध को खत्म करने की दिशा में काम करना हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है. आइए हम एकजुट होकर सुनिश्चित करें कि इस तरह के अत्याचारों को हमारी दुनिया में कोई जगह न मिले और सुरक्षा, न्याय और करुणा कायम रहे. हमारी सरकार खास तौर पर महिलाओं के लिए एक सुरक्षित और अधिक न्यायपूर्ण समाज बनाने के लिए प्रतिबद्ध है.”

सीएम सरमा की ओर से पोस्ट किए गए आंकड़ों के मुताबिक 2001 से 2023 तक असम में दर्ज बलात्कार के मामलों की संख्या में उतार-चढ़ाव देखने को मिला है. जिसमें हाल के वर्षों में उल्लेखनीय गिरावट दर्ज की गई है.

2019 में सबसे अधिक 3,546 मामले दर्ज किए गए, उसके बाद 2017 में 3,544 मामले दर्ज किए गए. हालांकि, 2021 से लगातार गिरावट देखी गई है. 2023 में 989 मामले दर्ज किए गए. जुलाई 2024 तक 580 मामले दर्ज किए जा चुके हैं.

दरअसल बीते दिनों असम के नागांव जिले के ढिंग में तीन लोगों द्वारा 14 वर्षीय लड़की के साथ सामूहिक बलात्कार की घटना सामने आयी थी. जहां 10वीं कक्षा में पढ़ने वाली लड़की शाम के वक्त ट्यूशन क्लास से लौट रही थी, तभी शाम 7 से 8 बजे के बीच तीन लोगों ने उस पर हमला कर दिया. उसके साथ सामूहिक बलात्कार करने के बाद हमलावरों ने उसे बोरभेटी इलाके में सड़क किनारे फेंक दिया. करीब एक घंटे बाद स्थानीय लोगों ने उसे नग्न और बेहोशी की हालत में पाया था और पुलिस को जानकारी दी थी.

एकेएस/एएस