हमारी सरकार ने गुलामी के प्रतीकों को किया समाप्त, आक्रांताओं का नहीं होगा महिमामंडन : नंद गोपाल गुप्ता नंदी

जोधपुर, 20 मार्च . उत्तर प्रदेश के संभल में सलार मसूद गाजी की नमाज की मजार पर होने वाले नेजा मेले पर रोक को लेकर योगी सरकार के कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी का बयान सामने आया है.

नंद गोपाल गुप्ता ने मेले की रोक पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सत्ता में आने के बाद 500 साल के संघर्ष के बाद अयोध्या में मंदिर बन पाया. काशी और मथुरा को भी एक नया रूप दिया गया है, जहां बड़ी संख्या में लोग आ रहे हैं. हमारी सरकार ने गुलामी के प्रतीक को समाप्त करने का प्रयास किया है और आक्रांताओं के नाम पर उनके स्मारकों को महिमा मंडित करने का काम समाप्त किया है.

नंद गोपाल गुप्ता ने यह भी कहा कि आज उत्तर प्रदेश में कानून का राज है. अगर कोई कानून के खिलाफ जाकर उत्तेजना फैलाने की कोशिश करेगा, तो उस पर रोक लगाई जाएगी और कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

उन्होंने कहा कि हाल ही में होली का त्योहार और रमजान का महीना भी शांतिपूर्वक मनाया गया है. जो भी उकसाने की कोशिश करेगा, उस पर सबसे सख्त कार्रवाई की जाएगी.

गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के संभल में सालार मसूद गाजी की मजार पर आयोजन समिति 18 मार्च को झंडा गाड़ने की योजना बना रही थी, जबकि मेला 25 मार्च से शुरू होना था, लेकिन उससे पहले ही इस पर रोक लगा दी गई.

संभल पुलिस अधीक्षक ने कहा कि किसी भी आक्रमणकारी के नाम पर मेले का आयोजन नहीं किया जाएगा, जिसके बाद विवाद गहरा गया है.

इस बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि किसी भी आक्रांता का महिमामंडन देशद्रोह की नींव को मजबूत करना है.

उन्होंने कहा, “जो लोग भारत के महापुरुषों का अपमान करते हैं और आक्रांताओं की तारीफ करते हैं, उन्हें नया भारत कतई स्वीकार नहीं करेगा.”

सीएम योगी ने यह भी स्पष्ट किया कि उनकी सरकार किसी भी प्रकार के देशविरोधी गतिविधियों को सहन नहीं करेगी और ऐसे तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

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