नई दिल्ली, 3 जुलाई . प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को राज्यसभा में अपनी बात रखी. उन्होंने कहा कि वैश्विक परिस्थितियां ऐसी उत्पन्न हुई कि फर्टिलाइजर के लिए बहुत बड़ा संकट पैदा हो गया था. लेकिन, हमने किसानों को दिक्कत में नहीं आने दिया. हमने करीब-करीब 12 लाख करोड़ रुपए फर्टिलाइजर में सब्सिडी दी है. यह भारत की आजादी के इतिहास में सर्वाधिक है. इसी का परिणाम है कि फर्टिलाइजर का इतना बड़ा बोझ किसान तक जाने नहीं दिया. सरकार ने अपने कंधे पर उसको उठा लिया.
राज्यसभा में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “मैं कर्तव्य से बंधा हुआ हूं. देश का सेवक हूं. देश की जनता को मेरे पल-पल का हिसाब देना, मैं अपना कर्तव्य मानता हूं. हमने एमएसपी में भी रिकॉर्ड बढ़ोतरी की. खरीद के नए रिकॉर्ड बनाए. पहले एमएसपी की घोषणा होती थी, लेकिन किसानों से कुछ खरीदा नहीं जाता था. हमने 10 वर्षों में कांग्रेस सरकार की तुलना में धान और गेहूं किसानों तक ढाई गुना अधिक पैसा पहुंचाया है. अन्न भंडारण का विश्व का सबसे बड़ा अभियान हमने हाथ में लिया है. लाखों की तादाद में विकेंद्रित व्यवस्था के तहत अन्न भंडारणों की रचना करने की दिशा में काम चल पड़ा है. फल और सब्जी के भंडारण की दिशा में भी हम काम कर रहे हैं. ‘सबका साथ, सबका विकास’ इस मूल मंत्र को लेकर हमने देश सेवा की. हमारी यात्रा को निरंतर विस्तार देने का प्रयास किया है. देशवासियों को गरिमापूर्ण जीवन देना यह हमारी प्राथमिकता है.”
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि बीते 10 वर्षों में हमारी खेती हर प्रकार से लाभकारी हो, किसान के लिए लाभकारी हो, उस पर हमने ध्यान दिया है. फसल के लिए कर्ज हो, नए बीज किसानों को उपलब्ध हो, खाद की कीमत उचित हो, फसल बीमा का लाभ, चाहे एमएसपी पर खरीद की बात हो, हमने पुराने सारे रिकॉर्ड तोड़कर किसानों को लाभ पहुंचाया है. एक प्रकार से बीज से बाजार तक हमने किसानों के लिए हर व्यवस्था को बहुत माइक्रो प्लानिंग के साथ भरसक मजबूती देने का प्रयास किया है.”
उन्होंने कहा, ”पहले हमारे देश में छोटे किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड, उनके लिए लोन ले पाना करीब करीब न के बराबर था. जबकि, उनकी संख्या सबसे अधिक है. आज हमारी योजनाओं के कारण, किसान क्रेडिट कार्ड के विस्तार के कारण, हमने किसानों के लिए इस सुविधा को एक व्यापक स्वरूप में देखा है. पशुपालकों एवं मछुआरों को भी हमने किसान क्रेडिट कार्ड का लाभ पहुंचाया है. इसके कारण किसानों को मजबूती मिली है.”
प्रधानमंत्री मोदी ने बताया, ”कांग्रेस के कार्यकाल में 10 साल में एक बार किसान की कर्जमाफी के बहुत ढोल पीटे गए थे. किसानों को गुमराह करने का भरसक प्रयास किया गया. कर्ज माफी का इतना हल्ला मचाया. एक अनुमान था कि उसके लाभार्थी देश के 3 करोड़ किसान थे. सामान्य गरीब, छोटे किसान का उसमें नाम नहीं था. उन तक कोई लाभ पहुंच भी नहीं पाया. हमने ‘प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि’ योजना चलाई. इसका लाभ करोड़ों किसानों को हुआ. हम 3 लाख करोड़ रुपए किसानों को दे चुके हैं.”
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जीसीबी/एबीएम