मुंबई, 28 नवंबर . शिवसेना से विधायक एवं महाराष्ट्र के पूर्व कैबिनेट मंत्री उदय सामंत ने गुरुवार को से बात करते हुए कहा कि महायुति में शामिल दलों के बीच कोई मतभेद नहीं है.
महाराष्ट्र के निवर्तमान मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का करीब ढाई साल का कार्यकाल रहा. उन्होंने बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा कि वह सीएम की रेस में नहीं है और भाजपा के शीर्ष नेता जो तय करेंगे, वही सही होगा.
इस पर उदय सावंत ने कहा कि वह शिवसेना में एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में काम करते हैं और उन्हें उम्मीद है कि उन्हें बड़ा पद मिले. उन्होंने कहा कि राजनीतिक कद और परिपक्वता कितनी रहनी चाहिए, एकनाथ शिंदे ने दिखाया है. जो बहुमत हमें मिला है, उसका आदर करते हुए सीएम एकनाथ शिंदे ने कल प्रेस कॉन्फ्रेंस की है और हमें इस बात पर गर्व है कि उनके साथ काम करते हैं.
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है कि विपक्ष के पास नेता प्रतिपक्ष के लिए जरूरी संख्या बल भी नहीं है. इस पर शिवसेना विधायक उदय सावंत ने कहा कि दूसरे के पार्टी में क्या चल रहा है, इस पर सलाह देने की बजाय विपक्ष को अपने अंदर झांकना चाहिए. उनकी सीटें इतनी कम क्यों आई, इस पर आत्मचिंतन करना चाहिए. हमारी पार्टी में क्या चल रहा है, इसपर उनको सलाह देने की जरूरत नहीं है.
महा विकास अघाड़ी के विधायकों के संपर्क में होने की बाबत पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि उनकी प्राथमिकता सरकार स्थापित करने की है, उसके बाद ही पता चलेगा कि कौन आ रहा है.
विपक्ष द्वारा ईवीएम को लेकर उठाए जा रहे सवाल पर शिवसेना नेता ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने उनकी याचिका को खारिज कर दिया है.
विपक्ष का कहना कि एकनाथ शिंदे इस्तेमाल करके भाजपा ने अलग कर दिया. इसपर शिवसेना नेता ने कहा कि उनको अपनी पार्टी पर ध्यान देना चाहिए. हमारी पार्टी में एकनाथ शिंदे और अन्य नेता सक्षम हैं.
–
एससीएच/एकेजे