नई दिल्ली, 9 दिसंबर . भाजपा ने हाल ही में कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी पर एक गंभीर आरोप लगाया है. भाजपा का दावा है कि सोनिया गांधी का एक संगठन से संबंध है, जिसे जॉर्ज सोरोस फाउंडेशन द्वारा फंडिंग किया जाता है. इस मामले पर सोमवार को एनडीए के तमाम नेताओं ने सदन में चर्चा के लिए प्रस्ताव रखा, जिस पर विपक्ष ने कड़ा ऐतराज जताया. विपक्ष की ओर से चर्चा का विरोध करने पर भाजपा सांसद सुधांशु त्रिवेदी, लक्ष्मीकांत बाजपेयी और कविता पाटीदार ने कड़ी प्रतिक्रिया दी.
भाजपा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि भारत को अस्थिर करने के लिए कई शक्तियां विदेश में सक्रिय हैं. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अब जो खबरें आ रही हैं, उससे इन शक्तियों का और कांग्रेस पार्टी का संबंध उजागर हो रहा है. इस गंभीर मुद्दे को ध्यान में रखते हुए हमारे साथियों ने इस पर चर्चा की मांग को लेकर नोटिस दिया था, लेकिन कांग्रेस नहीं चाहती कि इस महत्वपूर्ण मुद्दे पर चर्चा हो.
उन्होंने आगे कहा कि विदेश में बैठा धनकुबेर पीएम मोदी की सरकार को अस्थिर करना चाहता है. जॉर्ज सोरोस ने खुद कहा था कि हम पीएम मोदी की सरकार को अस्थिर करने के लिए एक बिलियन डॉलर रखे हैं. हम इस गंभीर मुद्दे को उठाते हुए कांग्रेस से सवाल पूछना चाहते थे. कांग्रेस को यह स्पष्ट करना चाहिए कि उनका फॉरेन फॉर डेमोक्रेटिक अलायंस से कोई संबंध है या नहीं और क्या जॉर्ज सोरस से उन्हें फंडिंग मिलती है या नहीं. लेकिन विपक्ष इस पर चर्चा नहीं करना चाहती.
भाजपा सांसद लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने कहा कि विपक्ष में कांग्रेस ने चर्चा का विरोध किया, इससे यह साफ है कि ‘चोर की दाढ़ी में तिनका’. हम तो केवल सदन में चर्चा की मांग कर रहे थे. सदन नियमों और परंपराओं से चलता है और अब सभापति का अधिकार होता है कि वह चाहे जिस वक्त चर्चा को स्वीकार कर सकते हैं और विषय को रखने की अनुमति दे सकते हैं. हमने उसी के अधीन इस विषय को उठाया और हम चाहते थे कि एक बार यह चर्चा हो और देश की जनता के सामने यह आए कि विदेश में बैठे हुए कौन लोग एक बिलियन डॉलर पीएम मोदी की सरकार को अस्थिर करने के लिए खर्च करने को तैयार हैं और उनका संबंध कांग्रेस पार्टी से है, जो देश का प्रमुख विपक्षी दल है.
उन्होंने आगे कहा कि इस बात को हम सदन में चर्चा कर देश की जनता के सामने लाना चाहते थे. लेकिन, कांग्रेस पार्टी ने इसके विरोध में हल्ला किया. मैं एक बार फिर कहूंगा, ‘चोर की दाढ़ी में तिनका’. कांग्रेस के लोग जॉर्ज सोरोस के साथ इस देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था को अस्थिर करने के लिए शामिल हैं. इसलिए उन्हें लगता है कि अगर चर्चा हो गई, तो बहुत कुछ खुलकर सामने आएगा और जनता के मन में कांग्रेस के प्रति नफरत का वातावरण बन जाएगा. इसी वजह से उन्होंने चर्चा नहीं होने दी.
भाजपा सांसद कविता पाटीदार ने कहा कि हम सदन में चर्चा करना चाहते थे. लेकिन, विपक्ष ने इसका विरोध किया. यह इस बात को प्रदर्शित करता है कि उनकी मानसिकता क्या है और वह देश हित के मामले में कितनी गंभीरता दिखाते हैं. अगर उन्हें सच में देश की चिंता होती, तो वह इस पर खुलकर चर्चा करते और देश की सुरक्षा से जुड़े विषय पर हमारा साथ देते. लेकिन, उन्होंने इस पर विरोध किया और जनता ने देखा कि पूरी सदन की कार्रवाई को बिना कोई स्पष्टीकरण दिए, विपक्ष ने अपनी मानसिकता का प्रदर्शन किया है. हम इसकी कड़ी निंदा करते हैं.
–
पीएसके/जीकेटी