एसआईआर पर लोगों को गुमराह कर रहा विपक्ष: प्रल्हाद जोशी

New Delhi, 4 अगस्त . बिहार एसआईआर को लेकर विपक्ष के आरोपों को केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी ने बेबुनियाद बताया, तो पूर्व केंद्रीय मंत्री शाहनवाज हुसैन ने तेजस्वी यादव के मतदाता पत्र प्रकरण को ‘सनसनी’ फैलाने वाला करार दिया.

बिहार एसआईआर (विशेष गहन पुनरीक्षण) को लेकर विपक्ष चुनाव आयोग पर हमलावर है और संसद में चर्चा की मांग पर अड़ा है. विपक्ष के हंगामे पर केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी ने से बातचीत में कहा, “इन लोगों का चुनाव आयोग, Supreme court , हाई कोर्ट और कैग से विश्वास उठ गया है. ऐसे में हम क्या कर सकते हैं? ये आम लोगों को गुमराह करना चाह रहे हैं.”

बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव का वोटर लिस्ट विवाद भी सुर्खियों में है. भाजपा सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल ने इस पर कहा, “आप एक संवैधानिक नेता और विपक्ष हैं. फिर भी, आपके पास दो मतदाता पहचान पत्र हैं. यहां, आपको इसकी जानकारी होनी चाहिए कि आपके पास दो मतदाता पहचान पत्र हैं. वहीं, वे मतदाता सूची में नहीं होने का दावा कर रहे हैं. इसका मतलब वे सिर्फ लोगों को गुमराह करने में लगे हुए हैं.”

भाजपा प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने कहा, “तेजस्वी यादव का निशाना उन्हीं पर उल्टा पड़ गया है. उनके पास खुद दो मतदाता पहचान पत्र हैं. उन्होंने चुनाव आयोग को बदनाम करने और सनसनी फैलाने की कोशिश की. चुनाव आयोग ने तुरंत कार्रवाई की है. अब उन्हें चुनाव आयोग से माफी मांगनी चाहिए.”

जदयू सांसद संजय कुमार झा ने कहा, “जब चुनाव आयोग ने दिखाया कि उनका नाम एक बार नहीं, बल्कि दो बार है. अब यह स्पष्ट करना चाहिए कि क्या दो जगहों पर नाम होना संवैधानिक है. क्या आप दो जगहों के मतदाता हो सकते हैं? अब चुनाव आयोग ने उन्हें आगे आने, दस्तावेज उपलब्ध कराने और स्पष्टीकरण देने को कहा है.”

उल्लेखनीय है कि बिहार में इस साल चुनाव होने हैं. यहां पर एसआईआर का मुद्दा गरमाया हुआ है. बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मतदाता सूची में अपना नाम नहीं होने का दावा किया था, जिस पर इलेक्टोरल रजिस्ट्रेशन ऑफिसर (ईआरओ) ने Sunday को जवाब देते हुए तेजस्वी का इपिक नंबर जारी किया. विवाद तब और बढ़ गया, जब तेजस्वी के नाम पर दो इपिक नंबर होने की बात सामने आई.

एससीएच/केआर