धुले, 1 जून . उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना (यूबीटी) के प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद संजय राउत स्थानीय स्वराज्य संस्थाओं के चुनावों के मद्देनजर महाराष्ट्र के दौरे पर हैं. यात्रा के दौरान धुले पहुंचे संजय राउत ने शनिवार को जिला प्रशासन पर तीखी टिप्पणी की.
संजय राउत ने कहा, “सरकारी गुलमोहर विश्रामगृह में आने के बाद मैंने सबसे पहले कमरा नंबर 102 के बारे में पूछा. यह कमरा इन दिनों पूरे देश में चर्चा में है. दिल्ली में मुझसे पूछा जा रहा है कि कमरा नंबर 102 में क्या हुआ, पैसा किसका था.”
राउत ने कहा, “एनसीपी (एसपी) के पदाधिकारी कामराज निकम पर झूठे केस दर्ज किए गए हैं. मैं एसपी (पुलिस अधीक्षक) से पूछना चाहता हूं कि कमरा नंबर 102 के मामले में आप लोगों ने ऐसी तत्परता क्यों नहीं दिखाई? शनिवार को जल्दीबाजी में एफआईआर दर्ज की गई. डेढ़-दो करोड़ रुपए की नकदी उसी कमरे में पाई गई है. धुले के आसपास के ठेकेदार दो दिन से पैसे इकट्ठा कर रहे थे. कुछ पैसा बाहर गया और लगभग 10 करोड़ रुपए जालना में जमा होने वाले थे.”
शिवसेना प्रवक्ता ने कहा, “मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा था कि उनके कार्यकाल में भ्रष्टाचार करने वाले जेल जाएंगे. वे बताएं कि इस मामले में कितने लोगों को जेल भेजा गया है. इस मामले में एसआईटी गठित करने की बात कही गई थी, वह कहां है?”
उन्होंने कहा, “पालकमंत्री को चुनौती देने वाले अधिकारी पर झूठा केस दर्ज करते समय पुलिस अधीक्षक जितनी तत्परता दिखाते हैं, उतनी तेजी वे भ्रष्टाचार वाले मामलों में नहीं दिखाते. यह सीधा-सीधा प्रशासनिक आतंकवाद है.”
राउत ने कहा, “प्राकलन समिति राज्य की एक बहुत महत्वपूर्ण समिति है. इसके चेयरमैन एकनाथ शिंदे गुट से हैं. किसी भी काम के लिए उन्हें करोड़ों रुपए का नजराना देना पड़ता है. मुख्यमंत्री कहते हैं कि भ्रष्टाचारी को विधानमंडल में नहीं आने दूंगा. उनकी कुर्सी के नीचे ही भ्रष्टाचार हो रहा है. सभी विपक्षी पार्टियों को धुले मामले पर सरकार को घेरना चाहिए. अगर वे नहीं बोलते हैं तो माना जाएगा कि वे सरकार के साथ हैं.”
धुले जिले के सरकारी गेस्ट हाउस के कमरा नंबर 102 में एक करोड़ 84 लाख रुपए मिले थे. यह कमरा प्राकलन समिति के प्रमुख और शिवसेना शिंदे गुट के विधायक अर्जुन खोतकर के पीए किशोर पाटील के नाम पर चार-पांच दिन से बुक था. मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने पूरे मामले की एसआईटी जांच का आदेश दे दिया है.
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पीएके/एकेजे