कर्नाटक विधानसभा में एमयूडीए घोटाले पर विपक्ष का आंदोलन, भड़के डिप्टी सीएम शिवकुमार

बेंगलुरु, 25 जुलाई, . कर्नाटक विधानसभा में मैसुरू शहरी विकास प्राधिकरण (एमयूडीए) घोटाले के मुद्दे पर चर्चा कराने की मांग को कांग्रेस पार्टी ने अस्वीकार कर दिया. जिसके बाद भाजपा ने विधानसभा में धरना-प्रदर्शन करने का ऐलान किया. भाजपा के धरना-प्रदर्शन के ऐलान पर कर्नाटक के उप मुख्यमंत्री डीके शिवकुमार भड़क गए.

उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि प्रदेश में भाजपा शासन में बहुत सारे घोटाले हुए, जिनकी जांच चल रही है. हम विधानसभा सत्र के दौरान ही जवाब देना चाहते थे. मुख्यमंत्री ने अपने लिखित भाषण में इस बात का विस्तृत जवाब दे दिया है. मुख्यमंत्री ने अपने जवाब में सब बता दिया कि कितने घोटाले हुए और कैसे हुए. एसआईटी की जांच पहले से ही चल रही थी और अब ईडी-सीबीआई भी जांच में जुड़ गए हैं. हम जांच में हस्तक्षेप नहीं करना चाहते.

कानून एवं संसदीय कार्य मंत्री एचके पाटिल ने सवाल किया कि क्या पूर्व मुख्यमंत्रियों एचडी कुमारस्वामी, बीएस येदियुरप्पा और बसवराज बोम्मई द्वारा आयोग गठित करने का कोई उदाहरण है?, इस पर जवाब देते हुए उन्होंने कहा, “विरोधियों को मुख्यमंत्री की सराहना करनी चाहिए. यह सिर्फ उनका एक नाटक है.”

बता दें कि सरकार ने मैसुरू में शहरी विकास प्राधिकरण के जमीन आवंटित करने में कथित फर्जीवाड़े के संबंध में चर्चा की अनुमति नहीं दी. इससे नाराज भाजपा विधायकों ने विधानसभा और विधान परिषद में धरना देने का ऐलान किया. गौरतलब है कि इस पूरे मामले में मुख्यमंत्री सिद्धारमैया की पत्नी का नाम भी शामिल है.

पीएसएम/एबीएम