पटना, 3 मई . बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष एवं राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) नेता तेजस्वी यादव के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखने पर बिहार सरकार के स्वास्थ्य मंत्री एवं दिग्गज भाजपा नेता डॉ. मंगल पांडेय ने निशाना साधा. उन्होंने कहा कि विपक्ष के पास जातीय जनगणना कराने का मौका था, लेकिन वो नहीं कराए. अब राजनीतिक लाभ पाने के लिए बयानबाजी कर रहे हैं.
बिहार के कैबिनेट मंत्री मंगल पांडेय ने कहा, “बहुत सीधी सी बात है कि आज देश में जातीय जनगणना कराने का फैसला प्रधानमंक्षी नरेंद्र मोदी ने लिया है, तो उस पर संपूर्ण देशवासी धन्यवाद दे रहे हैं. यह देश के विकास और योजनाओं को बनाने के लिए जरूरी था. समाज के सभी वर्गों को समान रूप से विकास की धारा में जोड़ा जा सके उसके लिए ऐसा जरूरी था. प्रधानमंत्री मोदी ने इसे महसूस किया.”
देश की मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, “कांग्रेसियों को इस देश पर 50 साल तक राज करने का मौका मिला था, ऐसी व्यवस्था वो पहले ला सकते थे, लेकिन नहीं लाए. आरजेडी के नेता जो आज बयानबाजी कर रहे हैं, उनके सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव केंद्र की सरकार में कई वर्षों तक मंत्री रहे और उनकी पार्टी के सहयोग से केंद्र की सरकार चलती रही. वह उस समय भी यह नहीं किए, ना ही उस वक्त की सरकार ने ऐसा निर्णय किया. यह निर्णय पीएम मोदी और एनडीए ने किया.”
विपक्ष पर राजनीतिक लाभ के लिए बयानबाजी करने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा, “वहीं, बिहार में यह काम हमने अपने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में किया. अब विपक्ष को साफ दिख रहा है कि जनता, पीएम नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार को यह काम करते हुए देख रही है, उन्हें खुद का राजनीतिक नुकसान दिख रहा है. इसलिए वो इस फैसले से कुछ राजनीतिक लाभ कमाने के लिए बयानबाजी कर रहे हैं. राजनीतिक रोटी सेंक कर भ्रम पैदा करने की कोशिश की जा रही है. जनता को साफ पता है कि जातीय जनगणना इस देश के विकास के लिए है. यह काम पीएम मोदी व सीएम नीतीश कुमार ने किया है.”
उल्लेखनीय है कि तेजस्वी ने पीएम मोदी को पत्र लिखकर जातीय जनगणना कराने के निर्णय को देश की समानता की यात्रा में एक परिवर्तनकारी क्षण बताया.
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