नई दिल्ली,26 मार्च . भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने विपक्षी दलों की आलोचना करते हुए मंगलवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ अनेक तरह के आपत्तिजनक, अभद्र और निंदनीय बयान देने वाले विपक्षी नेता अब देश की एकता पर आघात करने वाले बयान दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि यह सब एक सोची-समझी रणनीति के तहत किया जा रहा है.
केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन के बयान की आलोचना करते हुए भाजपा प्रवक्ता ने कहा, “केरल के सीएम ने सीएए पर बोलते हुए विचित्र बयान दिया. उन्होंने कहा कि ‘भारत माता की जय और जय हिंद के नारे पहले दो मुसलमानों ने लगाए थे, इसलिए क्या इस नारे को त्याग देंगे’. उन्हें इस नारे में भी हिंदू-मुसलमान दिखाई देता है, यह नारा किसी भारतीय ने लगाया यह उन्हें दिखाई नहीं पड़ता है.”
भाजपा के राष्ट्रीय मुख्यालय में मीडिया को संबोधित करते हुए सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि लोकसभा चुनाव की प्रक्रिया ज्यों-ज्यों आगे बढ़ती जा रही है, त्यों-त्यों अपनी हार के डर से ‘इंडिया’ गठबंधन के नेताओं की निराशा, हताशा, कुंठा जहरीली जुबान के रूप में बाहर आ रही है. अब ये भारत के अंदर विभाजनकारी और राष्ट्र की एकता पर आघात करने वाले बयानों तक आ गए हैंं. ये अब भारत की एकता के प्रतीक उद्घोषों को भी सांप्रदायिकता का प्रतीक बनाने का प्रयास कर रहे हैं.
त्रिवेदी ने कहा कि तमिलनाडु के सीएम एम.के. स्टालिन ने प्रधानमंत्री मोदी को लेकर जो बयान दिया है, वह उनके अंदर की असुरक्षा की भावना का प्रतीक है और यह दिखाता है कि पीएम मोदी तमिलनाडु में अभी सबसे लोकप्रिय नेता हैं.
भाजपा नेता ने कहा कि कर्नाटक में एक कांग्रेस नेता ने मोदी के नारे लगाने पर थप्पड़ मारने की बात कही, क्या लोकतंत्र ऐसे चलेगा? उन्होंने कंगना रनौत के लिए कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत के विवादित पोस्ट की भी आलोचना की, और पूछा कि उनके अकाउंट को कौन सी अदृश्य शक्ति चला रही है. इसके साथ ही उन्होंने ईडी की रिमांड में अरविंद केजरीवाल द्वारा दिए जा रहे ऑर्डर पर भी सवाल उठाया.
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एसटीपी/एकेजे