Patna, 15 जुलाई . बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) अभियान के विरोध में विपक्ष मोर्चा खोल चुका है. इस बीच, Union Minister सतीश चंद्र दुबे ने कहा कि विपक्ष को भारतीय वोटरों पर भरोसा नहीं है. उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग जो भी निर्णय लेता है, वह सभी पार्टियों के लिए होता है.
उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग ने सभी पार्टियों के लिए नियम बनाए हैं. एनडीए को तकलीफ नहीं है. सिर्फ इंडी गठबंधन को तकलीफ है. इसका मतलब है कि उन्हें बिहार के, भारत के वोटरों पर भरोसा नहीं है.
उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि ममता बनर्जी के कारखाने से जो बांग्लादेशी वोटर आए हैं, ये लोग उनका नाम जुड़वाना चाहते हैं. इसी को लेकर सारी परेशानी है.
उन्होंने वीआईपी के प्रमुख मुकेश सहनी के बीएलओ के घर जलाए जाने के बयान को लेकर कहा कि ये सब बकवास करने वाले लोग हैं. उनका न तो कोई जनाधार है और न कोई समर्थक है.
इधर, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने भी सांसद एसआईआर पर बात की. उन्होंने असदुद्दीन ओवैसी के एसआईआर के जरिए एनआरसी लाए जाने के आरोपों को सिरे से नकारते हुए कहा कि इस देश में सभी निवासियों को रहने का अधिकार है. किसी को कोई दिक्कत नहीं है. इस तरह की बात होनी ही नहीं चाहिए.
इस बीच, बिहार के मंत्री मंगल पांडेय ने ओवैसी के बयान पर कहा कि ऐसे बयान सिर्फ बिहार चुनाव को लेकर दिए जा रहे हैं, लेकिन इसका कोई लाभ उन्हें नहीं होने वाला है. वे राजनीतिक बयान दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि उन्हें तो पहले इंडी गठबंधन की किसी पार्टी में विलय कर दिया जाना चाहिए. वे पहले ही इंडी गठबंधन के सामने सरेंडर कर चुके हैं.
बिहार के पूर्व मंत्री मुकेश सहनी के बीएलओ के घर जलाए जाने वाले बयान पर उन्होंने कहा कि ऐसी अमर्यादित भाषा का वही लोग इस्तेमाल कर रहे हैं जो हताश और निराश हैं. ये लोग चुनाव के आने वाले परिणाम से डर गए हैं.
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एमएनपी/एएस