मुंबई, 9 फरवरी . मनसे नेता संदीप देशपांडे ने दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में भाजपा की प्रचंड जीत की वजह विपक्ष में एकजुटता के अभाव को बताया है . उनके मुताबिक अगर विपक्षी गठबंधन साथ मिलकर लड़ता तो स्थिति कुछ और होती.
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के नेता देशपांडे ने कहा, “दिल्ली में विपक्ष एकजुट नहीं हुआ, जिसका फायदा सीधे तौर पर भाजपा को हुआ.”
दिल्ली में 70 विधानसभा सीटों पर आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ने चुनाव लड़ा. कांग्रेस और आम आदमी पार्टी, जो लोकसभा चुनाव के दौरान साथ मिलकर चुनाव लड़े थे, दिल्ली चुनाव में अलग-अलग लड़े. दिल्ली की कुछ ऐसी सीटें भी हैं जहां पर जीत और हार का अंतर बेहद कम रहा है. दूसरे दलों के नेताओं ने भी माना है कि अगर कांग्रेस और आम आदमी पार्टी मिलकर चुनाव लड़ते, तो शायद परिणाम कुछ और हो सकते थे.
बहरहाल, दिल्ली में 27 साल से भाजपा का चल रहा वनवास आखिरकार शनिवार को खत्म हो गया. दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में भाजपा ने रिकॉर्ड जीत हासिल करते हुए 48 सीटें अपनी झोली में डालीं. 2020 में 8 सीटों पर सिमटने वाली भाजपा के लिए यह जीत कई मायनों में खास है. भाजपा ने 10 साल से सत्ता में काबिज आम आदमी पार्टी को सिर्फ करारी शिकस्त ही नहीं दी, बल्कि भाजपा के प्रत्याशियों ने केजरीवाल, मनीष सिसोदिया, सौरभ भारद्वाज और सत्येंद्र जैन जैसे चेहरों को मात दी है.
सीएम चेहरे को लेकर अब सवाल उठने लगे हैं. इसे लेकर दिल्ली भाजपा के अंदर बैठकों का दौर शुरू है. माना जा रहा है कि जल्द ही सीएम फेस का ऐलान होगा. पार्टी के दिग्गज दावा कर रहे हैं कि जो भी वादे किए गए हैं, उन्हें निभाया जाएगा.
वहीं, मुंबई में महानगरपालिका के चुनाव पर मनसे नेता संदीप देशपांडे ने कहा कि फिलहाल महानगरपालिका के चुनाव होने वाले हैं, और इस बात पर चर्चा हुई कि पार्टी का विस्तार कैसे हो, संगठन कैसे बढ़े, और क्या कोई बदलाव की जरूरत है या नहीं?
–
डीकेएम/केआर