सोनीपत, 18 जून . अपराध विज्ञान पर ‘विश्व सम्मेलन (डब्ल्यूसीसी) 2025’ का आयोजन 19 से 22 जून तक ओपी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी (जेजीयू) में होगा. यह सम्मेलन अपराध विज्ञान, कानून, मनोविज्ञान और न्याय के क्षेत्र के वैश्विक विशेषज्ञों को एक मंच पर लाएगा.
जिंदल इंस्टीट्यूट ऑफ बिहेवियरल साइंसेज (जेआईबीएस) और इंटरनेशनल सोसायटी फॉर क्रिमिनोलॉजी (आईएससी-एसआईसी), पेरिस के सहयोग से आयोजित इस सम्मेलन में 25 देशों के 40 से अधिक अंतरराष्ट्रीय वक्ता, 450 से अधिक प्रस्तुतियां, 120 से अधिक थीम आधारित सत्र और नवीनतम शोध शामिल होंगे.
इस सम्मेलन का विषय, ‘अपराध की गतिशीलता की खोज : समकालीन चुनौतियां और अपराध रोकथाम व आपराधिक न्याय में नवाचार’ है. यह विद्वानों के लिए विचार-विमर्श और सहयोग का प्रमुख मंच होगा.
जेजीयू के संस्थापक कुलपति प्रोफेसर डॉ. सी. राज कुमार ने कहा, “ऐसे समय में जब दुनिया न्याय, सार्वजनिक सुरक्षा और कानून के शासन से संबंधित अभूतपूर्व चुनौतियों का सामना कर रही है, यह सम्मेलन वैश्विक बौद्धिक केंद्र के रूप में हमारी भूमिका की एक शक्तिशाली पुष्टि के रूप में खड़ा है. यह जेजीयू को दुनिया के सामने लाता है, जहां नए विचार, शोध और सामूहिक ज्ञान एक न्यायपूर्ण और सुरक्षित भविष्य के लिए एकजुट होते हैं.”
जिंदल इंस्टीट्यूट ऑफ बिहेवियरल साइंसेज के डीन और डब्ल्यूसीसी के संयोजक प्रोफेसर डॉ. पुलकित खन्ना ने कहा, “यह सम्मेलन केवल एक शैक्षिक आयोजन नहीं, बल्कि विभिन्न विषयों, भौगोलिक क्षेत्रों और पीढ़ियों के बीच संवाद है. हम न्याय और व्यवहार विज्ञान के भविष्य को नया रूप देने के लिए प्रतिबद्ध दिमागों के इस संगम की मेजबानी कर गर्व महसूस करते हैं.”
इस सम्मेलन में 19 जून को प्री-कॉन्फ्रेंस वर्कशॉप भी होंगी, जैसे क्राइम सीन इन्वेस्टिगेशन चैलेंज और बिहेवियरल इनसाइट टूल्स की खोज, जो छात्रों और युवा शोधकर्ताओं के लिए व्यावहारिक और अनुभवात्मक शिक्षा प्रदान करेंगी.
इस सहयोगात्मक भावना में अंतरराष्ट्रीय दृष्टिकोण जोड़ते हुए इंटरनेशनल सोसायटी फॉर क्रिमिनोलॉजी (आईएससी-एसआईसी), पेरिस के महासचिव और डब्ल्यूसीसी के सह-संयोजक प्रोफेसर डॉ. स्टीफन पार्मेंटियर ने कहा, “यह सम्मेलन महामारी के बाद व्यक्तिगत वैश्विक विद्वानों की भागीदारी की महत्वपूर्ण वापसी का प्रतीक है. हम जेजीयू के साथ सहयोग करके खुश हैं, जो आईएससी-एसआईसी के शैक्षिक उत्कृष्टता और वैश्विक सहयोग के मिशन को दर्शाता है.”
कार्यक्रम की शैक्षिक कठोरता और व्यावहारिक प्रासंगिकता पर जोर देते हुए डब्ल्यूसीसी 2025 के सह-संयोजक और जेआईबीएस के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. विपिन विजय नायर ने कहा, “सम्मेलन को गहन रूप से इमर्सिव, व्यावहारिक और दूरदर्शी बनाने के लिए डिजाइन किया गया है. फॉरेंसिक जांच से लेकर अपराध विज्ञान में एआई तक हमारे सत्र मूलभूत सिद्धांतों और आपराधिक न्याय के भविष्य को आकार देने वाली नवीन तकनीकों को संबोधित करेंगे.”
जेजीयू की विश्व-स्तरीय सुविधाओं, जैसे ग्लोबल ऑडिटोरियम, ब्रेन बिहेवियर लैब और पृथ्वीराज जिंदल एकेडमिक ब्लॉक में आयोजित यह सम्मेलन शिक्षाविदों, पेशेवरों और छात्रों के लिए बौद्धिक रूप से समृद्ध अनुभव प्रदान करेगा. विद्वता, सहयोग और वैश्विक दृष्टिकोण के मिश्रण के साथ, विश्व अपराध विज्ञान सम्मेलन- 2025 समकालीन अपराध विज्ञान चर्चा की सीमाओं को पुनर्परिभाषित करने का लक्ष्य रखता है.
जिंदल इंस्टीट्यूट ऑफ बिहेवियरल साइंसेज एक वैश्विक स्तर पर मान्यता प्राप्त शैक्षिक और शोध संस्थान है, जो व्यवहार विज्ञान, अपराध विज्ञान और मानसिक स्वास्थ्य को शोध, शिक्षा और पॉलिसी एडवोकेसी के माध्यम से बढ़ावा देता है.
1938 में स्थापित, इंटरनेशनल सोसायटी फॉर क्रिमिनोलॉजी सबसे पुराना और प्रभावशाली वैश्विक संगठन है, जो अपराध विज्ञान शोध, अंतरराष्ट्रीय सहयोग और न्याय व मानवाधिकारों के लिए साक्ष्य-आधारित दृष्टिकोण को बढ़ावा देता है.
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