अर्थव्यवस्था में सुधार के लिए जरूरी है ‘वन नेशन-वन इलेक्शन’ : राजेश्वर सिंह

लखनऊ, 20 अप्रैल . उत्तर प्रदेश की सरोजनी नगर सीट से भाजपा विधायक राजेश्वर सिंह ने ‘वन नेशन-वन इलेक्शन’ को देश के लिए महत्वपूर्ण बताया है. उन्होंने रविवार को समाचार एजेंसी से खास बातचीत में कहा कि अगर एक साथ चुनाव होंगे, तो इससे देश की अर्थव्यवस्था में सुधार आएगा.

राजेश्वर सिंह ने कहा कि यह बहुत महत्वपूर्ण मामला है. जब देश में आम चुनाव शुरू हुए थे, तब सभी चुनाव एक साथ होते थे. तब से लेकर अब तक कांग्रेस पार्टी ने 90 बार राष्ट्रपति शासन लगाया है. डेढ़ लाख करोड़ से ज्यादा एक चुनाव में खर्च होता है. अगर एक साथ चुनाव होंगे तो इससे देश की अर्थव्यवस्था में सुधार आएगा, महंगाई कम होगी और स्वास्थ्य तथा शिक्षा बजट में लाभ होगा.

उन्होंने कहा, “देश में लगातार आचार संहिता लगी रहती है. कभी पंचायत का चुनाव होता है तो कभी राज्य का, तो कभी केंद्रीय चुनाव होते हैं, जिससे निर्णय नहीं हो पाते हैं और इसका सीधा नुकसान देश और जनता को होता है. बार-बार चुनाव होने से देश की जीडीपी पर असर पड़ता है और इसलिए ‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ देश के लिए जरूरी है. मैं यह भी कहूंगा कि बार-बार चुनाव होने की वजह से सुरक्षा बलों को भी एक जगह से दूसरी जगह जाना पड़ता है, जिससे वे अपने कार्य को नहीं कर पाते हैं. मेरा मानना है कि ‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ होना चाहिए था.”

भाजपा विधायक राजेश्वर सिंह ने मुर्शिदाबाद हिंसा पर चिंता जताई. उन्होंने कहा, “बंगाल की हिंसा बहुत दुखद है. बंगाल में तुष्टिकरण और घुसपैठ की राजनीति के कारण बहुत भयावह स्थिति है. ममता बनर्जी के शासनकाल को बंगाल के इतिहास में काले दिनों के रूप में याद किया जाएगा. आज बंगाल में कठोर कार्रवाई की आवश्यकता है, जिन्होंने भी बंगाल में फर्जी दस्तावेज बनवाए हैं, उन्हें रद्द करने की जरूरत है.”

राजेश्वर सिंह ने समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा, “अखिलेश यादव को धर्म की समझ नहीं है. सनातन के इतने बड़े पर्व में 66 करोड़ से अधिक हिंदुओं ने प्रयागराज में आकर स्नान किया, इसलिए वह हतप्रभ हैं. यह बात उनकी समझ से परे हो चुकी है कि कैसे सनातन में इतनी शक्ति आ गई. वह जातिवाद और बांटने की राजनीति करते हैं. अखिलेश यादव को हिंदुओं की एकता को देखकर कुछ समझ नहीं आ रहा है, इसलिए वह आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति कर रहे हैं.”

एफएम/एकेजे