दिल्ली में हत्या का एक दोषी तीन साल बाद मुंबई से गिरफ्तार

नई दिल्ली, 11 अप्रैल . दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने गुरुवार को कहा कि हत्या के एक मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहे एक कैदी को मुंबई से गिरफ्तार कर लिया गया है. वह पैरोल पर बाहर आया था, लेकिन जेल में लौटा ही नहीं. वह पिछले तीन साल से फरार चल रहा था.

आरोपी की पहचान मोहम्मद मुस्ताक के रूप में हुई है. गिरफ्तारी से बचने के लिए उसने अपनी दाढ़ी-मूंछें कटवा कर पहचान बदल ली थी.

पुलिस उपायुक्त (अपराध शाखा) अमित गोयल ने कहा कि दिल्ली में कुछ साल पहले मुस्ताक और उसके दो दोस्तों के बीच एक चाय की दुकान पर झगड़ा हुआ था. इसकी सूचना चाय दुकान के मालिक के बेटे ने अपने पिता को दी. इसके बाद तीनों आरोपियों ने उसके बेटे को पांचवीं मंजिल से फेंक दिया.

डीसीपी ने बताया, ”मुकदमा पूरा होने के बाद मुस्ताक को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई. उसे 15 मई 2021 को कोविड-19 महामारी के दौरान 90 दिनों के लिए पैरोल पर जेल से रिहा किया गया था, लेकिन उसने आत्मसमर्पण नहीं किया और वह तब से फरार था.”

डीसीपी ने बताया कि 6 अप्रैल को विशेष इनपुट से पता चला कि वह फिलहाल मुंबई में रह रहा है.

डीसीपी ने आगे बताया, “सूचना पर कार्रवाई करते हुए टीम ने मुंबई के घनी आबादी वाले स्लम एरिया गोवंडी से पैरोल जम्पर का पता लगाया. चूंकि कोई पता नहीं था, इसलिए टीम ने चुनाव अधिकारी के रूप में 500 से अधिक घरों में जाकर वोटर कार्ड बनाने के नाम पर जांच की. टीम के अथक प्रयास से दोषी को पकड़ लिया गया.”

पूछताछ में मुस्ताक ने खुलासा किया कि पैरोल पर रिहा होने के बाद वह अपने गांव गया और शादी कर ली.

डीसीपी ने कहा, “वहां उसके पास आय का कोई स्रोत नहीं था और पुलिस भी उसकी तलाश कर रही थी इसलिए वह मुंबई चला गया और वहां कढ़ाई गोदाम में काम करना शुरू कर दिया.”

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