‘ओएनडीसी’ ने 200 मिलियन से ज्यादा का किया ट्रांजैक्शन, मात्र 6 महीनों में किया कमाल

नई दिल्ली, 24 मार्च . ओपन नेटवर्क फॉर डिजिटल कॉमर्स (ओएनडीसी) ने सोमवार को जानकारी देते हुए बताया कि कंपनी ने आधिकारिक तौर पर 200 मिलियन ट्रांजैक्शन का आंकड़ा पार कर लिया है, जो कि भारत के डिजिटल कॉमर्स परिदृश्य में ओएनडीसी की एक गेम-चेंजर के रूप में अहम भूमिका को दर्शाता है.

कंपनी के अनुसार, पहले 100 मिलियन ट्रांजैक्शन तक पहुंचने में लगभग 20 महीने (जनवरी 2023 से अगस्त 2024) लगे, लेकिन पिछले छह महीनों में ही ओएनडीसी ने लगभग 100 मिलियन नए ट्रांजैक्शन जोड़ लिए हैं.

यह तेजी दर्शाती है कि ओएनडीसी एक महत्वाकांक्षी पहल से एक राष्ट्रव्यापी आंदोलन में बन गया है, जिसने खाद्य और पेय पदार्थ, किराना, खुदरा, लॉजिस्टिक्स, मोबिलिटी और फाइनेंशियल सर्विस को एक बड़े लेवल पर अपनाए जाने को बढ़ावा दिया है.

ओएनडीसी के एमडी और सीईओ टी. कोशी ने कहा, “200 मिलियन ट्रांजैक्शन को पार करना सिर्फ एक मील का पत्थर नहीं है – यह खरीदारों और विक्रेताओं के डिजिटल कॉमर्स को देखने के तरीके में एक बड़ा बदलाव दिखाता है. यह ओएनडीसी के इस विश्वास को मजबूत करता है कि एक ओपन नेटवर्क सभी आकार के व्यवसायों को समान अवसर देकर, एकाधिकार को तोड़कर एक ऐसा इकोसिस्टम बनाकर बड़े पैमाने पर परिवर्तन ला सकता है, जहां इनोवेशन पनपता है.”

इस साल जनवरी में, सरकार ने तीन वर्षों में 277.35 करोड़ रुपये के बजट परिव्यय के साथ एमएसएमई ट्रेड इनेबलमेंट एंड मार्केटिंग (टीईएएम) पहल शुरू की. सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय द्वारा ओएनडीसी के साथ साझेदारी में की गई इस पहल का उद्देश्य 5 लाख सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) को शामिल करना है, जिनमें से 50 प्रतिशत महिला-नेतृत्व वाले व्यवसाय होंगे. ताकि डिजिटल कॉमर्स को अपनाया जा सके और उनकी बाजार उपस्थिति का विस्तार किया जा सके.

ओएनडीसी एक सुविधाजनक मॉडल तैयार कर रहा है जो डिजिटल कॉमर्स में क्रांति लाएगा, जिससे भारत में खुदरा ई-कॉमर्स की पहुंच को और अधिक बल मिलेगा.

उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (डीपीआईआईटी) की पहल -ओएनडीसी ने सितंबर 2022 में अपनी शुरुआत के बाद से न केवल संख्या बढ़ाई है, बल्कि इसने व्यवसायों और उपभोक्ताओं के ई-कॉमर्स में शामिल होने के तरीके को भी नया और बेहतर रूप दिया है.

एसकेटी/केआर