चेन्नई, 28 सितंबर . तमिलनाडु के करूर में हुई भगदड़ की घटना ने पूरे राज्य को शोक में डुबो दिया. इस हादसे के बाद Lok Sabha में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने फोन कर राज्य के सीएम एमके स्टालिन से बात की. इस बात की जानकारी खुद Chief Minister स्टालिन ने आधिकारिक ‘एक्स’ पोस्ट के जरिए दी.
सीएम स्टालिन ने आधिकारिक ‘एक्स’ पोस्ट में लिखा, “फोन पर मुझसे संपर्क करने, करूर की दुखद घटना पर अपनी गहरी चिंता व्यक्त करने और इलाज करा रहे लोगों की अनमोल जान बचाने के लिए उठाए गए कदमों के बारे में ईमानदारी से पूछताछ करने के लिए मेरे प्यारे भाई राहुल गांधी को धन्यवाद.”
वहीं, तमिलनाडु भाजपा के पूर्व अध्यक्ष के अन्नामलाई ने Sunday को करूर रैली में हुई भगदड़ की केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से जांच कराने की मांग की. इस भगदड़ में 40 लोगों की मौत हो गई. उन्होंने राज्य Police और स्थानीय प्रशासन पर गंभीर चूक का आरोप लगाया.
अन्नामलाई ने प्रभावित परिवारों से मिलने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि बेहतर योजना और सुरक्षा व्यवस्था के साथ इस त्रासदी को टाला जा सकता था.
उन्होंने पूछा, “यह (टीवीके प्रमुख) विजय की गलती नहीं है. राज्य Police और खुफिया विभाग को भीड़ का अनुमान लगाना और पर्याप्त संख्या में सुरक्षा बल तैनात करना चाहिए था. सात घंटे के कार्यक्रम की अनुमति क्यों दी गई? दो घंटे ही काफी होते. राज्य Government Chief Minister द्वारा चुने गए एक पूर्व न्यायाधीश के नेतृत्व में एक सदस्यीय आयोग चाहती है – यह कैसे उचित हो सकता है?”
अन्नामलाई ने कहा कि सीमित क्षमता और संकरे निकास द्वारों के साथ यह स्थल बड़ी सभा के लिए उपयुक्त नहीं था.
उन्होंने आगे कहा, “यह जगह 5,000 लोगों को भी नहीं संभाल सकती. राज्य Police का दावा है कि 500 जवान तैनात थे, लेकिन जमीनी स्तर पर 100 से भी कम थे. स्थानीय प्रशासन बुरी तरह विफल रहा. इस (द्रमुक) Government को खुफिया तंत्र और मानव बल की तैनाती में पूरी तरह से नाकामी स्वीकार करनी होगी.”
करूर भाजपा इकाई की ओर से, अन्नामलाई ने प्रत्येक पीड़ित परिवार को 1 लाख रुपए का मुआवजा देने की घोषणा की.
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वीकेयू/डीकेपी