प्रधानमंत्री की सफल अमेरिकी यात्रा पर अग्निमित्रा पॉल ने कहा, ‘मोदी है तो मुमकिन है’

कोलकाता, 14 फरवरी . प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अमेरिकी दौरे पर भारत के एफ-35 विमान खरीदने और 26/11 के आरोपी तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण समझौते को पश्चिम बंगाल भाजपा की महासचिव अग्निमित्रा पॉल ने महत्वपूर्ण बताया. उन्होंने कहा, “मोदी है तो कुछ भी मुमकिन है.”

भाजपा महासचिव अग्निमित्रा पॉल ने समाचार एजेंसी से कहा, “भारत और अमेरिका के बीच अच्छे संबंध हैं. यह पीएम मोदी के आने के बाद संभव हुआ. मोदी है तो मुमकिन है. 26/11 हमले में कई भारतीयों की मौत हुई थी, जिसके पीछे का मास्टरमाइंड तहव्वुर राणा था. बाइडेन की सरकार से भी हमने प्रत्यर्पण की मांग की थी, लेकिन उन्होंने मंजूरी नहीं दी थी. इस फैसले के लिए ट्रंप को बहुत-बहुत धन्यवाद. आज सिर्फ राणा ही नहीं, बल्कि और भी नाम सामने आ रहे हैं, जिन्हें डिपोर्ट किया जाएगा. हमले में जिनकी मौत हुई, उनके प्रति ऐसे फैसले ही असली श्रद्धांजलि होंगे.”

एफ-35 लड़ाकू विमान खरीदने पर हुए समझौते पर उन्होंने कहा, “आज फाइटर प्लेन खरीदा जा रहा है, लेकिन आगे देखिए और क्या-क्या होता है. दो देशों में जब सच्ची मित्रता का भाव होता है, तो ऐसे कई डील देखने को मिलते हैं. सिर्फ अमेरिका ही नहीं, जब रूस और यूक्रेन का युद्ध चल रहा था, उस समय पीएम मोदी की अपील पर युद्ध को कुछ घंटों के लिए रोक दिया गया था. उस समय युद्ध में फंसे भारतीय छात्रों को वापस लाया गया, जिसमें सिर्फ भारत के ही नहीं, बल्कि पाकिस्तान के छात्र भी आए थे. ऐसा और कहां संभव है? आज बांग्लादेश मुद्दे पर ट्रंप बोल रहे हैं, कि पीएम मोदी जो बोलेंगे, वही होगा. पीएम मोदी के ऊपर बांग्लादेश का फैसला छोड़ दिया गया है, ऐसा कभी हुआ कि अमेरिका का राष्ट्राध्यक्ष भारत के प्रधानमंत्री के बारे में ऐसा कहे? ऐसे में मोदी है तो मुमकिन है.”

इसके अलावा अग्निमित्रा पॉल ने पुलवामा हमले की छठी बरसी पर शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि दी. उन्होंने कहा, “आज हमारे सैनिक जो देश की सुरक्षा के लिए खुद को कुर्बान कर देते हैं और अपने परिवार से दूर 24 घंटे, लगातार ठंड और गर्मी में ड्यूटी पर रहते हैं. जब पाकिस्तान या दुश्मन देश के हमले में वे शहीद हो जाते हैं, तो हमारा खून खौल उठता है. मैं शहीदों को सलाम करती हूं. आज ममता बनर्जी को पुलवामा पर अपने उस बयान के लिए माफी मांगनी चाहिए जिसमें उन्होंने कहा था कि भारत छद्म युद्ध छेड़ना चाहता है. उन्होंने सवाल उठाया था कि जब हमले हुए थे, उस समय नहीं लेकिन चुनाव से पहले क्यों युद्ध की तैयारी की जा रही है?”

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