नई दिल्ली, 1 मार्च . अंतर्राष्ट्रीय व्हीलचेयर दिवस के अवसर पर दिल्ली के राजीव चौक मेट्रो स्टेशन पर सुगम्य यात्रा का आयोजन किया गया. इस पहल का उद्देश्य व्हीलचेयर उपयोगकर्ताओं और दिव्यांगजनों से जुड़े मिथकों को तोड़ना, सुलभता को बढ़ावा देना और समाज में समावेशिता को प्रोत्साहित करना था.
कार्यक्रम का आयोजन दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय, भारत सरकार और मुख्य आयुक्त कार्यालय, दिव्यांगजन अधिकारिता की तरफ से किया गया. इसमें पंडित दीनदयाल उपाध्याय राष्ट्रीय शारीरिक दिव्यांगजन संस्थान, भारतीय सांकेतिक भाषा अनुसंधान एवं प्रशिक्षण केंद्र, दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (डीएमआरसी) और सामर्थ्यम – सेंटर फॉर यूनिवर्सल एक्सेसिबिलिटी का सहयोग प्राप्त हुआ.
दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग के सचिव राजेश अग्रवाल ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बताया, “सुगम्य भारत अभियान की शुरुआत वर्ष 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की थी. इसका उद्देश्य सरकारी भवनों को सुलभ बनाना था, ताकि दिव्यांगजन बिना किसी बाधा के इनका उपयोग कर सकें. हमें आम नागरिकों से अक्सर यह शिकायत मिलती थी कि कई भवन अब भी सुगम्य नहीं हैं. इसे ध्यान में रखते हुए, पिछले महीने से पूरे देश में इस अभियान को दोबारा सक्रिय किया गया है. आज इसकी शुरुआत दिल्ली में हो रही है. इस पहल से न केवल सरकारी और निजी भवनों की सुगमता बढ़ेगी, बल्कि समावेशिता को लेकर जागरूकता भी आएगी.”
राजेश अग्रवाल ने मीडिया कर्मियों और आम जनता से समावेशी और सुगम्य वातावरण बनाने में सक्रिय भागीदारी का आग्रह किया. उन्होंने कहा कि “सोशल मीडिया पर फोटो पोस्ट करते समय डिस्क्रिप्शन जोड़ना और वीडियो पोस्ट करते समय ट्रांसक्रिप्शन देना अनिवार्य किया जाना चाहिए, जिससे सभी के लिए जानकारी सुलभ हो सके.”
एक दिव्यांग अजय गुप्ता ने बताया, आज के कार्यक्रम के लिए अजय अग्रवाल को बहुत बधाई देता हूं. उन्होंने सुगम्य यात्रा की शुरुआत की है. वो 20 वर्षों से भी अधिक समय से ऐसे कार्यक्रम करते आ रहे हैं. ये देश को आगे बढ़ाने की बात, जिसके लिए सभी को उनका साथ देना चाहिए.
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