नोएडा, 9 अप्रैल . हिंदू धर्म में चैत्र नवरात्रि का विशेष महत्व होता है. मंगलवार से शुरू हुई इस चैत्र नवरात्रि के पहले दिन को अमृत काल माना जाता है. इस दिन को लेकर मंदिरों में विशेष पूजा अर्चना की व्यवस्था की गई है. साथ ही भक्तों का तांता भी मंदिरों में लगने लगा है.
चैत्र नवरात्रि उत्सव हिंदू समाज में बहुत महत्वपूर्ण है. इसके माध्यम से मां दुर्गा की पूजा की जाती है और उनकी कृपा का आशीर्वाद प्राप्त होता है. यह पर्व सामाजिक एवं सांस्कृतिक एकता का प्रतीक भी है, जब लोग साथ मिलकर नवरात्रि के उत्सव का आनंद लेते हैं और पूजा-अर्चना करते हैं.
मां की भक्ति और शक्ति की आराधना का नौ दिवसीय महापर्व चैत्र नवरात्रि इस बार 9 अप्रैल से शुरू होकर 17 अप्रैल तक रहेगा. साल 2024 की चैत्र नवरात्रि में माता घोड़े पर सवार होकर आने वाली हैं तो प्रस्थान हाथी पर करने वाली हैं.
पंचांग और ज्योतिष गणना के अनुसार कई साल बाद इस बार घट स्थापना का शुभ मुहूर्त भी सुबह ना होकर दोपहर में बन रहा है.
चैत्र नवरात्रि के पहले दिन यानी घट स्थापना वाले दिन ही ऐसा शुभ संयोग बन रहा है, जिसमें देवी मां की आराधना करने से सारे दुखों का नाश और सभी सुखों की प्राप्ति होने वाली है.
एनसीआर में भी अलग-अलग मंदिरों में इस चैत्र नवरात्रि को लेकर विशेष पूजा अर्चना की व्यवस्था की गई है और मंदिरों को विशेष तौर पर सजाया गया है.
झंडेवालान मंदिर की बात करें तो यहां पर सुबह से ही भक्तों की लंबी कतार लगी हुई है और पूजा अर्चना करने के लिए दूर-दूर से लोग यहां पर पहुंच रहे हैं.
नोएडा में भी कई मंदिरों में विशेष पूजा अर्चना का आयोजन किया गया है. महिला, पुरुष सभी माता की पूजा करने मंदिर पहुंच रहे हैं.
नोएडा के सेक्टर 93 में रहने वाली शालिनी के मुताबिक चैत्र नवरात्रि का पहला दिन बेहद ही खास होता है. इस दिन मां की उपासना करने वाले हर भक्त को मनचाही मुराद मिलती है, इसलिए घरों में व्रत रखे जाते हैं और लोग दिन भर उपवास रख कर मां की आराधना करते हैं.
आस्था भी एक मल्टीनेशनल कंपनी में काम करती हैं, लेकिन सुबह ऑफिस जाने से पहले वह मंदिर पहुंचीं और माता की पूजा अर्चना कर अपने दिन की शुरुआत की. आस्था के मुताबिक काम और पूजा दोनों अलग-अलग चीजें हैं. पूजा पाठ कर जब हम काम पर जाते हैं तो हमें एक अलग पॉजिटिव एनर्जी मिलती है.
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पीकेटी/