7 अक्टूबर हमले की बरसी: विश्व नेताओं ने दी पीड़ितों को श्रद्धांजलि

तेल अवीव, 7 अक्टूबर . विश्व के कई नेताओं ने सोमवार को 7 अक्टूबर हमले की पहली बरसी पर पीड़ितों को श्रद्धांजलि दी. 7 अक्टूबर, 2023 का अटैक होलोकॉस्ट के बाद एक ही दिन में यहूदी लोगों पर हुआ सबसे घातक हमला था. इसमें करीब 1200 इजरायलियों की मौत हो गई जबकि 250 से ज्यादा लोगों को बंधक बना लिया गया था.

फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने एक्स पर लिखा, “7 अक्टूबर. दर्द अभी भी उतना ही ज्वलंत है, जितना एक साल पहले था. इजरायल के लोगों का दर्द, हमारा भी है. घायल मानवता का दर्द.”

फ्रेंच प्रेसिडेंट ने कहा, “हम पीड़ितों, बंधकों या टूटे दिलों वाले परिवारों को नहीं भूल सकते. मैं उनके प्रति अपनी संवेदनाएं व्यकत करता हूं.”

माना जाता है कि 100 से अधिक बंधक अब भी गाजा में है. इजरायल लगातार इन बंधकों की रिहाई की कोशिशों में लगा है.

मेक्रों के इस भावुक ट्वीट से पहले शनिवार शाम उनके रेडियो इंटरव्यू ने फ्रांस-इजरायल संबंधों को तनावपूर्ण बना दिया. मेक्रों ने राजनीतिक समाधान को अहमियत दिए जाने पर जोर दिया और गाजा में मिलिट्री अभियानों के लिए इजरायल को हथियारों की सप्लाई रोकने की अपील की.

नेतन्याहू ने इस रुख की कड़ी निंदा करते हुए कहा, “राष्ट्रपति मैक्रों और अन्य पश्चिमी नेता अब इजरायल पर हथियारों के प्रतिबंध की वकालत कर रहे हैं. उन्हें शर्म आनी चाहिए.’ उन्होंने कहा कि बाहरी समर्थन मिले या न मिले जीत इजरायल की होगी.

ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टारमर ने भी 7 अक्टूबर के पीड़ितों के साथ एकजुटता व्यक्त की और कहा कि यह ‘यहूदी इतिहास में होलोकॉस्ट के बाद सबसे काला दिन’ था.

यूके पीएम के ऑफिस की तरफ से जारी एक बयान में कहा गया, “इन भयानक हमलों के एक साल बाद, हमें यहूदी समुदाय के साथ स्पष्ट रूप से खड़ा होना चाहिए. हम शांति की अपनी कोशिशों में पीछे नहीं हटेंगे, दुख और दर्द के इस दिन, हम उन लोगों को श्रद्धांजलि देते हैं जिन्हें हमने खो दिया. अभी भी बंधक बने लोगों को वापस लाने, पीड़ित लोगों की मदद करने, मध्य पूर्व के लिए बेहतर भविष्य सुनिश्चित करने के प्रति अपना दृढ़ संकल्प जताते हैं.”

नाटो महासचिव मार्क रूटे ने एक्स पर अपने विचार साझा किए. उन्होंने इजरायल के लोगों, हमले के पीड़ितों और बंधकों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की. उन्होंने युद्ध विराम लाने और बंधकों की रिहाई के प्रयासों का समर्थन किया.

जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज ने भी इजरायल के प्रति अपना समर्थन दोहराया. उन्होंने एक तस्वीर शेयर करते हुए लिखा, “हम आपके साथ दर्द साझा करते हैं.”

सोमवार को एक बयान में ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानीज ने भी हमास हमले की निंदा करते हुए कहा, “हम शोक मनाते हैं और अपनी साझा मानवता के एक मूलभूत सिद्धांत का भी समर्थन करते हैं – हर निर्दोष जीवन मायने रखता है.”

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