यूपी विधानसभा: सदन स्थगन पर सत्ता पक्ष ने बताया विकास में बाधा, विपक्ष बोला आवाज दबाई जा रही

लखनऊ, 19 दिसंबर . उत्तर प्रदेश में गुरुवार को हंगामे के कारण सदन को अनिश्चितकाल के स्थगित कर दिया गया. सदन की कार्यवाही शुरू होते ही सपा के सदस्यों ने हंगामा शुरू कर दिया. जिस कारण सदन में अनुपूरक बजट पर चर्चा नहीं हो सकी. इस दौरान सत्ता पक्ष और विपक्ष के सदस्यों ने प्रतिक्रिया दी है.

पिछड़ा वर्ग कल्याण एवं दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग के मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) नरेंद्र कश्यप ने कहा कि आज बड़ा ताज्जुब है कि ऐसी पार्टी के लोग जिन्होंने सारे जीवन बाबा साहेब अम्बेडकर का अपमान किया हो, जिन्होंने बाबा साहेब की सोच रखने वाले बसपा मुखिया पर जानलेवा हमला किया हो. आज वह लोग सदन में बाबा साहेब की फोटो लेकर प्रदर्शन करके क्या साबित करना चाहते हैं. क्या यूपी की जनता आपके कारनामे को भूल गई हैं. लोगों को पता है कि अपने दलित नेता की जान लेने का प्रयास किया.

उन्होंने कहा कि आप ने बाबासाहेब के संविधान का विरोध किया. उसके बावजूद विधानसभा और परिषद को नहीं चलने दिया जा रहा है. एक तरफ बाबासाहेब की फोटो की दुहाई देते हो. दूसरी ओर संविधान और लोकतांत्रिक मान्यताओं का विरोध करते हुए सदन की कार्यवाही में बाधा पैदा करते हो. यह दोहरा चरित्र नहीं चलेगा. संविधान बांटना, पढ़ना और रखना गौरव की बात है. लेकिन संविधान हाथ में लेकर उसका और उसकी मान्यताओं का विरोध करना स्वीकार नहीं है.

योगी सरकार मंत्री दानिश आजाद अंसारी ने कहा कि विधानसभा का सत्र यूपी के विकास के लिए बहुत अनिवार्य है. लेकिन सपा जानबूझकर राज्य के विकास में रोड़ा बनती है. सपा ने सदन नहीं चलने दिया. यूपी के विकास से सपा से कोई मतलब नहीं है. अगर कोई उनका मुद्दा था वह सदन में अपनी बात रख सकते थे. लेकिन सपा का मकसद केवल हंगामा खड़ा कर राजनीतिक माइलेज इकट्ठा करना है. प्रदेश की जनता ने देखा कि किस तरह से विधानसभा को सपा ने बाधित किया. इसके लिए उन्हें जनता माफ नहीं करेगी. योगी सरकार ने राज्य के विकास के लिए जो वादा किया उस पर गंभीरता और ईमानदारी से काम करेंगे.

विधायक पल्लवी पटेल ने कहा कि भाजपा अपना चाल चरित्र और चेहरा छिपाएगी. इस सदन में पिछड़े अपनी बात नहीं कह सकते है. पल्लवी पटेल, अतुल प्रधान या अनिल प्रधान उनको डांट और बेज्जत कर उन्हें मार्शल से बाहर करवा दिया जाएगा. इस सदन में भ्रष्टाचार और भ्रष्टाचारियों के खिलाफ बात न हो इसलिए नियम का हवाला करके रोक दिया जाएगा.

उन्होंने कहा कि इस प्रदेश की जनता ने मुझे सदन में भेजा हुआ. मेरी प्रतिबद्धता यहां की जनता के प्रति है. मैं भ्रष्टाचार और भ्रष्टाचारियों के खिलाफ इस सदन को बताना चाहती हूं कि भाजपा का चाल चरित्र और चेहरा क्या है. वो पिछड़ों और महिलाओं के नाम पर सत्ता चाहते हैं. लेकिन उसी पिछड़ी महिला की आवाज दबाकर सदन के बाहर करते आ रहे हैं. 2024 में पीएम मोदी के नाम पर चुनाव लड़ रहे थे. उनकी लोकसभा को बेचकर खा गए. अगर बुद्धि ठीक नहीं हुई तो यही जनता आने वाले चुनाव में खींचकर मारेगी.

सपा के बागी विधायक मनोज पांडेय ने कहा कि इस सदन के स्थगित होने से प्रदेश की जनता का भारी नुकसान हुआ . प्रदेश की 25 करोड़ की जनता के हितों और उनकी समस्याओं पर चर्चा होती है. जनता का भारी नुकसान हुआ. सदन और पक्ष और विपक्ष अपनी बात रखता है. विरोध भी करता है. यह लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं का अंग है. सदन न चलने देना प्रदेश की जनता का बड़ा नुकसान है.

विकेटी/एएस