मुंबई, 12 मार्च . साल 1993 के मुंबई बम धमाके की 32वीं बरसी पर बुधवार को इस आतंकी हमले के पीड़ित कीर्ति अजमेरा ने समाचार एजेंसी से बात करते हुए हमले के मुख्य आरोपी दाऊद इब्राहिम के अभी तक गिरफ्तार नहीं होने पर दुख जताया. उन्होंने उचित मुआवजे की मांग के लिए सरकार से गुहार भी लगाई.
कीर्ति अजमेरा ने 32 साल बाद अपना दर्द बयां किया. उन्होंने सवाल उठाया कि मोदी सरकार अब तक मुख्य आरोपी दाऊद इब्राहिम को क्यों नहीं पकड़ पाई. अजमेरा ने मांग की कि दाऊद को पकड़कर फास्ट ट्रैक कोर्ट में जल्द से जल्द सजा दी जाए, न कि उस पर करोड़ों रुपये खर्च किए जाएं.
उन्होंने बताया कि धमाकों के बाद अब तक उनके शरीर से कांच के टुकड़े निकल रहे हैं और लगातार ऑपरेशन कराना पड़ रहा है. उन्होंने सरकार से मुआवजे की मांग करते हुए कहा कि अभी तक उन्हें कोई सहायता नहीं मिली है, जबकि अन्य पीड़ितों को मुआवजा दिया जाता है.
अजमेरा ने बताया, “आतंकी हमले के 32 साल बाद भी हमारी वही हालत है. यह मामला आगे नहीं बढ़ रहा है, सब वैसे का वैसा थमा हुआ है. जब मैं 12 मार्च 1993 को स्टॉक एक्सचेंज के बगल से गुजर रहा था, तभी वहां पर अचानक बम ब्लास्ट हुआ और मैं गिर गया. मेरे शरीर के दाएं हिस्से को बहुत नुकसान हुआ था. हॉस्पिटल में उपचार का सिलसिला छह-सात साल तक लगातार चलता रहा और अब भी जारी है.”
उन्होंने कहा, “सरकार से मेरी मांग है कि वह हमें उचित मुआवजा दें. सरकार को सिस्टम में एक ऐसा प्रावधान करना चाहिए या कमेटी बनानी चाहिए कि जब भी ऐसे हादसे हों, कमेटी के लोग खुद पीड़ित के पास जाएं और उनकी मदद करें. इन चीजों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता. पिछले 32 साल से मेरा केस चल रहा है, लेकिन कोई आगे आकर मदद नहीं कर रहा है.”
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एससीएच/एकेजे