पटना, 19 मार्च . लैंड फॉर जॉब मामले में बुधवार को प्रवर्तन निदेशालय ने राजद अध्यक्ष लालू यादव से पूछताछ की है. इस बीच, जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने कहा कि लालू यादव के ऊपर 1990 से मामला चल रहा है. रोज नया नया केस आता है. हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि क्या सही है क्या गलत है, ये सरकार की एजेंसी ही बताएगी.
उन्होंने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि अगर कोई मामला चल रहा है तो जो कानून सम्मत है, वह होगा. अगर आप गलत करेंगे तो यह सब तो फेस करना ही पड़ेगा. दूसरी बात यह भी है कि राजनीतिक विद्वेष के कारण अगर ऐसा किया जा रहा है, तब भी वह सामने भी आएगा. जहां तक लालू यादव के भ्रष्टाचार का मामला है, तो ये तो कोर्ट ने जांच लिया है और दोषी पा लिया है, जिसमें उन्हें जेल जाना पड़ा है. यह किसी एक दल के शासनकाल में नहीं, सभी के शासनकाल में हुआ है.
उन्होंने आगे कहा कि रोज कोई न कोई घोटाला कीजिएगा तो केस तो चलेगा ही. केस हुआ है, वह हम लोग भी पढ़ रहे हैं. इसमें न हम केस करने वाले हैं और न जांच करने वाले हैं. अब इसमें जो निकलेगा, वह हम लोगों को भी पता चलेगा.
इस बीच, उन्होंने पटना विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव के लिए उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की. उन्होंने बताया कि जन सुराज की ओर से अध्यक्ष पद के लिए दिवेश दीनू उम्मीदवार होंगे. इसके साथ ही उपाध्यक्ष पद के लिए मो. दानिश वसीम (रुहान), संयुक्त सचिव पद के लिए अनु कुमारी, जनरल सेक्रेटरी पद के लिए ऋतंभना रॉय और कोषाध्यक्ष पद के लिए बृजेश कुमार उम्मीदवार होंगे.
प्रशांत किशोर ने कहा कि पटना विश्वविद्यालय के गिरते शैक्षणिक स्तर और दुर्दशा के लिए नीतीश कुमार और भाजपा दोनों जिम्मेदार हैं. उन्होंने कहा कि 15-20 साल पहले पटना विश्वविद्यालय से छात्र सीधे आईएएस, आईपीएस के लिए चयनित होते थे, लेकिन आज पटना विश्वविद्यालय का शैक्षणिक स्तर पूरी तरह चरमरा गया है. इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पटना विश्वविद्यालय को केंद्रीय विश्वविद्यालय नहीं बनाया और नीतीश कुमार भी हमेशा भाजपा से मंत्री पद और अपनी पार्टी के लिए सीटों के लिए मोलभाव करते रहे.
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एमएनपी/