कुणाल कामरा की टिप्पणी पर अजित पवार ने कहा, ‘किसी को भी कानून, संविधान और नियमों से परे नहीं जाना चाहिए’

छत्रपति संभाजीनगर, 24 मार्च . महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर बगैर नाम लिए कसे तंज को लेकर कॉमेडियन कुणाल कामरा फिर सुर्खियों में हैं. उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने सोमवार को मीडिया से बात करते हुए कुणाल कामरा की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया दी.

अजीत पवार ने एकनाथ शिंदे के खिलाफ कॉमेडियन कुणाल कामरा की टिप्पणी पर कहा, “किसी को भी कानून, संविधान और नियमों से परे नहीं जाना चाहिए. सभी को अपने अधिकारों के भीतर बोलना चाहिए. मतभेद हो सकते हैं, लेकिन यह सुनिश्चित करने के लिए ध्यान रखा जाना चाहिए कि पुलिस विभाग को उनके बयानों के कारण हस्तक्षेप न करना पड़े.”

बता दें कि कॉमेडियन कुणाल कामरा के खिलाफ मुंबई के एमआईडीसी पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है. कॉमेडियन कुणाल कामरा ने रविवार को अपने यूट्यूब चैनल पर महाराष्ट्र की राजनीति पर टिप्पणी करते हुए एक वीडियो अपलोड किया था. वीडियो में उन्होंने उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का नाम लिए बिना उन्हें ‘गद्दार’ बताया था. इस वीडियो की एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले शिवसेना गुट के सदस्यों ने तीखी आलोचना की और आक्रोश जताया. वीडियो के बाद शिंदे गुट के नेता राहुल कनाल ने मुंबई के खार पुलिस स्टेशन में कामरा के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई.

शिवसेना के विधायक मर्जी पटेल ने एमआईडीसी पुलिस स्टेशन में भारतीय न्याय संहिता की धारा 353(1), 353(2) और 356(2) के तहत मामला दर्ज कराया है.

वहीं, कुणाल कामरा द्वारा एकनाथ शिंदे पर किए गए कटाक्ष को भाजपा विधायक राम कदम ने ‘ओछी पब्लिसिटी’ करार दिया है. उन्होंने कहा कि कुणाल कामरा जिस प्रकार की भाषा और बर्ताव देश के शीर्ष नेता और पत्रकारों के लिए करते हैं, अब समय आ गया है कि वह जहां मिलें, उन पर कालिख पोत दी जाए.

राम कदम ने कहा, “ओछी पब्लिसिटी पाने के चक्कर में कुणाल कामरा अब सारी हदें पार कर चुके हैं. वह जब भी चाहें, जब भी उनका मन करे, किसी के लिए भी अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते हैं. उन्हें क्या हो गया है? एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री हैं, वह सम्मानित व्यक्ति हैं. क्या यह महाराष्ट्र की भूमि का अपमान नहीं है? कुणाल कामरा ने किसकी सुपारी ली है? उद्धव ठाकरे कंपनी की? क्या कारण था?”

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