अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर अक्षर योग केंद्र ने बनाए 12 गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड, रचा इतिहास

बेंगलुरु, 21 जून . अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2025 के अवसर पर बेंगलुरु स्थित अक्षर योग केंद्र ने एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल करते हुए 12 नए गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड स्थापित किए. यह अभूतपूर्व उपलब्धि हिमालयन सिद्ध अक्षर जी के मार्गदर्शन में संपन्न हुई, जो केंद्र के संस्थापक और आध्यात्मिक प्रमुख हैं.

अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2025 के अवसर पर आयोजित रिकॉर्ड-ब्रेकिंग आयोजन में 30 से अधिक देशों से आए 2,500 से अधिक योग साधकों ने भाग लिया. इन देशों में ताइवान, मलेशिया, हांगकांग, इटली, अमेरिका, यूके, दुबई, साइप्रस और सिंगापुर जैसे नाम शामिल हैं.

इस विविध और भव्य समारोह में भारतीय सेना, वायुसेना, कर्नाटक पुलिस, एनसीसी कैडेट्स, विशेष रूप से सक्षम व्यक्ति, अनाथालयों के बच्चे, कॉर्पोरेट और व्यवसायिक क्षेत्र के प्रतिनिधि और अंतरराष्ट्रीय योग समुदाय के सदस्य शामिल थे.

यह आयोजन अक्षर योग केंद्र के वैश्विक स्तर पर संरचित और सुलभ योग शिक्षा को फैलाने के मिशन की दिशा में एक बड़ा कदम साबित हुआ. भारत सरकार के आयुष मंत्रालय द्वारा ‘योग संस्था’ श्रेणी में मान्यता प्राप्त अधिसंख्य निकाय के रूप में मान्यता प्राप्त यह संस्था प्राचीन योग परंपराओं को आधुनिक संदर्भों के साथ जोड़ते हुए निरंतर विशाल योग अभियानों की अगुआई कर रही है.

अक्षर ने इस अवसर पर कहा, “यह विशाल प्रयास एक उद्देश्यपूर्ण जीवन का प्रतीक है. यह हर व्यक्ति को प्रेरित करता है कि वह जीवन में सार्थक लक्ष्य तय करे और उन्हें पूरे समर्पण से प्राप्त करने का प्रयास करे. जो भी रिकॉर्ड हम बनाते हैं, वे मानव संकल्पशक्ति की असीम क्षमता को दर्शाते हैं. यह एक वैश्विक आंदोलन है, जिसके माध्यम से हम योग की प्राचीन ज्ञान परंपरा को सम्मानित करते हैं और हर व्यक्ति को उसके सर्वोच्च स्वरूप को जगाने की प्रेरणा देते हैं.”

इस आयोजन में प्रतिभागियों ने योगासन एवं योगिक अनुक्रमों को 30 सेकंड से लेकर कई मिनटों तक किया. हर आसन को स्वास्थ्य, ऊर्जा और आंतरिक परिवर्तन के प्रतीक के रूप में सावधानीपूर्वक चुना गया था. यह आयोजन हफ्तों की अनुशासित तैयारी और अक्षर योग केंद्र के वैश्विक नेटवर्क में समन्वय का परिणाम था.

80 से अधिक देशों में अपनी उपस्थिति, 2 करोड़ से अधिक योग अभ्यासी और 50,000 से अधिक प्रमाणित शिक्षकों के साथ, अक्षर योग केंद्र आज भी संरचित और समावेशी दृष्टिकोण के माध्यम से अंतरराष्ट्रीय योग आंदोलन का नेतृत्व कर रहा है. संस्था ने इंफोसिस, विप्रो, रोल्स-रॉयस, अमेजन जैसी कंपनियों के साथ-साथ स्कूलों, विश्वविद्यालयों, सैन्य बलों और राजनयिक मिशनों के साथ भी सहयोग किया है.

यह ऐतिहासिक आयोजन संयुक्त राष्ट्र द्वारा घोषित 2025 की थीम “एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य” के साथ भी पूर्णतः मेल खाता है और भारत की समग्र स्वास्थ्य दृष्टि को वैश्विक मंच पर प्रस्तुत करता है. ये 12 गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड न केवल भारत की जीवंत आध्यात्मिक विरासत के प्रमाण हैं, बल्कि योग की इस परंपरा को आगे बढ़ाने के प्रति अक्षर योग केंद्र की अटूट प्रतिबद्धता को भी दर्शाते हैं.

जैसे-जैसे विश्व, योग को जीवनशैली और आध्यात्मिक साधना के रूप में अपना रहा है, अक्षर योग केंद्र यह संकल्प दोहराता है कि वह योग को स्वास्थ्य, आत्म-परिवर्तन और चेतना के सार्वभौमिक मार्ग के रूप में स्थापित करने के लिए सतत प्रयास करता रहेगा.

डीएससी/एबीएम