हिमाचल त्रासदी पर मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने अपनी ही सरकार को घेरा, बोले मैंने पिछली बार ही व्यक्त की थी चिंता

हिमाचल प्रदेश, 2 अगस्त . हिमाचल प्रदेश के मंडी, रामपुर और कुल्लू में 1 अगस्त को भारी बारिश के बीच बादल फटने की घटना हुई. जिसमें कई लोग लापता हो गए. अब इस घटना पर हिमाचल प्रदेश सरकार में मंत्री विक्रमादित्य सिंह का बयान आया है. उन्होंने कहा कि मैंने गत वर्ष भी इस पर चिंता व्यक्त की थी.

विक्रमादित्य ने अपनी सरकार पर ही दबे शब्दों में हमला किया है. उनके कहने का अर्थ है कि योजनाबद्ध तरीके से काम नहीं हो रहा. उन्होंने कहा, सरकार को इस पर आने वाले समय में मजबूत कदम उठाने होंगे. देखने को मिला है कि नदी, नालों के पास तेजी से मकानों का बनने का सिलसिला शुरु हो गया है. जिससे पानी का बहाव रुक रहा है. यह हम सबके लिए चिंता का विषय है.

उन्होंने सलाह दी कि इस अवरोध को रोका जाना जरूरी है. उन्होंने कहा, इसे लेकर सरकार को काम करना चाहिए. साथ ही जिला प्रशासन को भी इस पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है. नालों के कुछ दूरी तक मकान बनाने की इजाजत न दी जाए. हमें आने वाले समय में यह मजबूत कदम उठाने चाहिए. अगर हम मजबूत कदम नहीं उठाएंगे तो हर साल हमारे सामने ऐसी समस्या पैदा होंगी.

सुक्खू सरकार के मंत्री ने त्रासदी से हो रहे नुकसान पर फिक्र जताते हुए आगे कहा, इस त्रासदी में लोगों का भारी नुकसान होता है. लोगों की मृत्यु हो जाती है और हमारे लिए भी यह बेहद दुखद है. दो दिन पहले राज्य के कुछ इलाकों में भारी नुकसान हुआ है. मुख्यमंत्री व्यक्तिगत रूप से राहत अभियान की निगरानी कर रहे हैं और उन्होंने प्रशासन को लोगों को पूरी सहायता प्रदान करने, उनकी सुरक्षित निकासी सुनिश्चित करने और अस्पताल में घायलों के इलाज के लिए हर संभव प्रयास करने के निर्देश दिए हैं.

मैंने बाढ़ प्रभावित इलाकों के विधायकों और डीसी से बात की, उन्होंने मुझे सलाह दी कि मैं अभी हिमाचल की यात्रा न करूं क्योंकि कई जगहों पर रेड और ऑरेंज अलर्ट है. मैं हिमाचल प्रदेश और उसके आसपास के सभी लोगों को यही सलाह देता हूं कि कृपया घर पर रहें और स्थिति बेहतर होने तक सुरक्षित रहें.

डीकेएम/केआर