शुक्रवार को कमान संभालेंगे सेना के नए उपप्रमुख, सेनाध्यक्ष ने रिटायर्ड हो रहे अधिकारियों को दी विदाई

New Delhi, 31 जुलाई . भारतीय सेना में उपसेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल एनएस राजा सुब्रमणि Thursday को सेवानिवृत्त हो गए. अब लेफ्टिनेंट जनरल पुष्पेंद्र सिंह सेना के अगले उपप्रमुख का कार्यभार 1 अगस्त को ग्रहण करेंगे.

इस अवसर पर दो प्रमुख कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. वह सबसे पहले 1 अगस्त को सुबह 09 बजकर 30 मिनट पर राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर जाकर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे. इसके बाद सुबह 10 बजे उन्हें साउथ ब्लॉक (रक्षा मंत्रालय) के लॉन में गॉर्ड ऑफ ऑनर दिया जाएगा. यह आयोजन सेना की गरिमा और परंपराओं के अनुरूप भव्य तरीके से संपन्न किया जाएगा.

लेफ्टिनेंट जनरल सिंह भारतीय सैन्य अकादमी के पूर्व छात्र हैं. लेफ्टिनेंट जनरल सिंह को दिसंबर 1987 में 4 पैरा में कमीशन मिला था. सैन्य उपलब्धियों से भरा उनका तीन दशक से अधिक का शानदार करियर है. लेफ्टिनेंट जनरल सिंह ऑपरेशन पवन, ऑपरेशन मेघदूत, ऑपरेशन रक्षक और ऑपरेशन आर्किड में शामिल रहे हैं. वह लेबनान और श्रीलंका में संयुक्त राष्ट्र शांति अभियानों में भी शामिल रहे हैं. भारतीय सेना में उपसेना प्रमुख रहे लेफ्टिनेंट जनरल एनएस राजा सुब्रमणि Thursday सेवानिवृत्त हुए हैं.

भारतीय सेनाध्यक्ष जनरल उपेन्द्र द्विवेदी ने 31 जुलाई को सेवानिवृत्त हो रहे सभी अधिकारियों की अद्वितीय एवं निस्वार्थ सेवा की सराहना की है और उन्हें विदाई दी. जनरल उपेन्द्र द्विवेदी का कहना है कि मातृभूमि की रक्षा में समर्पित ये अधिकारी अब अपने अनुभव, अनुशासन और मूल्य आधारित नेतृत्व के माध्यम से राष्ट्र निर्माण की नई दिशाओं को प्रज्वलित करते रहेंगे. भारत उनके योगदान का सदैव ऋणी रहेगा.

लेफ्टिनेंट जनरल एनएस राजा सुब्रमणि विशिष्ट यात्रा राष्ट्रीय रक्षा अकादमी से शुरू हुई और दिसंबर 1985 में उन्हें गढ़वाल राइफल्स में कमीशन दिया गया था. असाधारण शैक्षणिक क्षमता वाले अधिकारी के रूप में उन्होंने किंग्स कॉलेज, लंदन से मास्टर ऑफ आर्ट्स की डिग्री और मद्रास विश्वविद्यालय से रक्षा अध्ययन में एम.फिल. की डिग्री प्राप्त की है. अपने पूरे कार्यकाल के दौरान लेफ्टिनेंट जनरल सुब्रमणि ने विविध परिचालन और भू-भाग प्रोफाइलों में कमांड, स्टाफ और अनुदेशात्मक पदों की एक विस्तृत श्रृंखला संभाली है.

रणनीतिक और सामरिक गतिशीलता, विशेष रूप से पश्चिमी और उत्तरी सीमाओं पर उनकी गहरी समझ ने परिचालन तैयारियों और राष्ट्रीय सुरक्षा में महत्वपूर्ण योगदान दिया है. राष्ट्र की उत्कृष्ट सेवा के सम्मान में जनरल ऑफिसर को परम विशिष्ट सेवा पदक, अति विशिष्ट सेवा पदक, सेना पदक और विशिष्ट सेवा पदक से सम्मानित किया गया है. भारतीय सेना ने लगभग चार दशकों की उनकी अनुकरणीय सेवा के लिए प्रशंसा की और उनके सभी भावी प्रयासों में निरंतर सफलता और विशिष्ट उपलब्धियों के लिए शुभकामनाएं दीं.

जीसीबी/डीएससी