ओला कृत्रिम ने डेवलपर्स के लिए खोला एआई क्लाउड इंफ्रास्ट्रक्चर, मोबाइल ऐप किया लॉन्च

बेंगलुरु, 4 मई . घरेलू आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) कंपनी ओला कृत्रिम ने शनिवार को एक मोबाइल ऐप लॉन्च करने के साथ-साथ उद्यमों, शोधकर्ताओं और डेवलपर्स के लिए अपने खुद के प्रोडक्ट बनाने के लिए अपना क्लाउड प्लेटफॉर्म खोलने की घोषणा की.

क्लाउड प्लेटफॉर्म डेवलपर्स को एआई कंप्यूटिंग इंफ्रास्ट्रक्चर, कृत्रिम फाउंडेशनल मॉडल और ओपन-सोर्स मॉडल तक पहुंच प्रदान करेगा.

कंपनी ने एक बयान में कहा, ”लार्ज-लैंग्वेज मॉडल (एलएलएम) द्वारा संचालित कृत्रिम एआई असिस्टेंट ऐप, सभी के लिए एआई का लाभ उठाना आसान बना देगा.”

ओला कृत्रिम के संस्थापक भाविश अग्रवाल ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘विकसित भारत’ के दृष्टिकोण के अनुरूप, हम दुनिया के लिए भारत में फुल-स्टैक एआई क्षमताओं को विकसित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं.”

इस साल जनवरी में एआई कंपनी भारत की सबसे तेज यूनिकॉर्न और देश की पहली एआई यूनिकॉर्न बन गई.

अग्रवाल ने एक कार्यक्रम में कहा, “हमारा कृत्रिम असिस्टेंट ऐप हर किसी के जीवन में सहज एकीकरण की अपनी क्षमता के साथ जेनएआई को अपनाने में क्रांतिकारी बदलाव लाएगा.”

कृत्रिम ने मॉडल-एज-ए-सर्विस (एमएएएस) की घोषणा की है, जो डेवलपर्स को अपने एलएलएम के साथ-साथ अपने क्लाउड पर सस्ती कीमत पर होस्ट किए जा रहे ओपन-सोर्स मॉडल तक पहुंच प्रदान करता है.

पीके/एकेजे