तेल कंपनियां प्रति लीटर कच्चे तेल पर करीब 6 रु. बचा रही हैं. अक्टूबर से दिसंबर 2022 तिमाही के नतीजे बताते हैं कि देश की बड़ी तेल कंपनियों ने कुल 34 हजार करोड़ रु. का मुनाफा कमाया है.
वहीं, सरकार ने भी पेट्रोल-डीजल पर एक्साइज ड्यूटी घटाने से हुए नुकसान की भरपाई के लिए विंडफॉल टैक्स लगाना शुरू कर दिया है. सूत्रों की मानें तो इससे अब तक सरकारी खाते में करीब 45 हजार करोड़ रु. आ चुके हैं. चालू वित्त वर्ष में यह 60 हजार करोड़ तक हो सकता है. बावजूद इसके पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कोई राहत नहीं दी जा रही.
