शराब की बोतल पर देवी-देवताओं की फोटो लगाना आपत्तिजनक : शिवसेना प्रवक्ता

मुंबई, 26 मई . शराब कंपनी रेडिको खेतान के ‘त्रिकाल’ नाम से शराब लॉन्च करने पर धार्मिक संगठनों समेत कई राजनेताओं ने विरोध जताया है. सोमवार को शिवसेना प्रवक्ता कृष्णा हेगड़े ने इसे आपत्तिजनक और लोगों की आस्था को ठेस पहुंचाने वाला बताया.

शिवसेना प्रवक्ता कृष्णा हेगड़े ने समाचार एजेंसी से कहा, “भगवान शिव, विष्णु, राम या कृष्ण जैसे पूज्य देवी-देवताओं की तस्वीरें शराब की बोतलों पर लगाना बेहद आपत्तिजनक है. यह आस्था को ठेस पहुंचाने वाला कार्य है और इससे समाज में गलत वातावरण बनता है. लोग आक्रोशित हो सकते हैं, जिससे अशांति फैल सकती है. शराब बेचने वाली कंपनी को चाहिए कि वह ऐसे लेबल तुरंत हटा दें. विश्वभर में कहीं भी भगवानों की तस्वीरें शराब पर नहीं लगाई जातीं. किसी भी उत्पाद का नामकरण सोच-समझकर और धार्मिक संवेदनाओं का सम्मान करते हुए किया जाना चाहिए.”

अमृतसर में अकाली पार्षद की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या करने पर शिवसेना प्रवक्ता ने कहा, “कांग्रेस के पूर्व पार्षद और शिरोमणि अकाली दल के नेता की हत्या बेहद गंभीर और दुखद घटना है. उन्होंने पहले ही सुरक्षा की मांग की थी, लेकिन उन्हें सुरक्षा नहीं दी गई. यह आम आदमी पार्टी सरकार की बड़ी चूक है. मैं उम्मीद करता हूं कि सरकार जनता से माफी मांगेगी और आरोपियों को जल्द गिरफ्तार कर फास्ट ट्रैक कोर्ट में कड़ी सजा दिलाई जाएगी.”

राजद प्रमुख लालू यादव के अपने बड़े बेटे तेज प्रताप यादव को पार्टी और परिवार से बेदखल करने पर हेगड़े ने कहा, “तेज प्रताप यादव को लेकर जो भी घटनाक्रम हुआ है, वह पूरी तरह से लालू प्रसाद यादव के परिवार का आंतरिक मामला है और राष्ट्रीय जनता दल का अंतर्गत विषय है. इसमें अन्य राजनीतिक दलों को हस्तक्षेप करने की आवश्यकता नहीं है. तेज प्रताप यादव के निजी जीवन में कोई दखल देना उचित नहीं है. आरजेडी को अपने स्तर पर इस विषय का समाधान करना चाहिए. यह उनके परिवार और पार्टी के भीतर का माहौल है, जिसे वे स्वयं बेहतर समझ सकते हैं और उसी अनुसार निर्णय लेना चाहिए.”

मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में 45 साल की महिला के साथ दुष्कर्म की घटना पर उन्होंने कहा, “यह हत्या बेहद क्रूर है और दिल्ली में हुए ‘निर्भया कांड’ की याद दिलाती है. ऐसे जघन्य अपराध के दोषियों को किसी भी हाल में छोड़ा नहीं जाना चाहिए. इस मामले में जिन दो आरोपियों के नाम सामने आए हैं, वे पहले पीड़िता के यहां काम करते थे. फिलहाल पुलिस उनकी तलाश में जुटी है और उम्मीद है कि जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा. कानून को सख्ती से ऐसे अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए ताकि समाज में ऐसा अपराध दोबारा न हो.”

एससीएच/एकेजे