ओडिशा: वरिष्ठ वकील पीताबास पांडा पंचतत्व में हुए विलीन, नेताओं ने दी श्रद्धांजलि

ब्रह्मपुर, 7 अक्‍टूबर . वरिष्ठ वकील, भाजपा नेता और राज्य बार काउंसिल के सदस्य पीताबास पांडा का ब्रह्मपुर में गमगीन माहौल में अंतिम संस्कार किया गया. कई नेताओं और अधिवक्‍ताओं ने श्रद्धांजलि दी.

Monday रात करीब 10 बजे मोटरसाइकिल सवार दो हमलावरों ने पांडा को नजदीक से गोली मार दी और फिर मौके से फरार हो गए. वह मौके पर ही गिर पड़े और स्थानीय लोगों ने उन्हें तुरंत एमकेसीजी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.

घटना के बाद, कई भाजपा विधायक और मंत्री अंतिम श्रद्धांजलि देने पहुंचे और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की. हत्या के कई घंटे बीत जाने के बावजूद, Police अभी तक अपराधियों का पता नहीं लगा पाई है.

गंजम जिला भाजपा अध्यक्ष सरोज सबत ने वरिष्ठ अधिवक्ता और भाजपा नेता पीताबास पांडा की नृशंस हत्या की कड़ी निंदा की है और इसे एक चौंकाने वाली और हृदयविदारक घटना बताया है, जिससे पूरे राज्य को गहरा आघात पहुंचा है.

सरोज सबत ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “पीताबास पांडा की हत्या एक दुखद और अविश्वसनीय घटना है. वह Odisha के एक जाने-माने अधिवक्ता, राज्य बार काउंसिल के सदस्य और सबसे ज्‍यादा मतों से चुने गए व्यक्ति थे और न्याय की एक मजबूत आवाज थे. वह हमेशा गरीबों के लिए खड़े रहे और निडरता से अपराध और भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़े.”

उन्‍होंने इस अपराध की निंदा करते हुए कहा, “यह दुखद है कि एक ऐसे व्यक्ति, जिसने अपना जीवन आपराधिक गिरोहों से लड़ने के लिए समर्पित कर दिया, को उन्हीं ताकतों ने गोली मार दी जिनका वह विरोध करता था. यह न केवल एक व्यक्तिगत क्षति है, बल्कि समाज के लिए एक चुनौती भी है.”

उन्होंने आगे कहा कि इस घटना ने पूरे गंजम जिले को झकझोर कर रख दिया है. सबत ने कहा, “हमारे प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मनमोहन सामल खबर सुनते ही कल रात ब्रह्मपुर पहुंच गए और सुबह तक वहीं रहे और शोकाकुल परिवार के साथ एकजुटता दिखाई. पूरी पार्टी इसे एक गंभीर मुद्दा मानती है और दोषियों को जल्द से जल्द न्याय के कटघरे में लाने की मांग करती है.”

उन्होंने आगे आग्रह किया कि अपराधियों को कड़ी से कड़ी सज़ा दी जानी चाहिए ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि ऐसे अपराध दोबारा न हों. सबत ने आगे कहा, “Government और प्रशासन को पिताबास पांडा को न्याय दिलाने के लिए निर्णायक कार्रवाई करनी चाहिए.”

एएसएच/डीएससी