भुवनेश्वर, 7 जनवरी . चीन में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) बहुत तेजी से फैल रहा है. यह वायरस अब धीरे-धीरे भारत में भी पैर पसारने लगा है. इस बीच ओडिशा के सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग के निदेशक नीलकंठ मिश्रा ने वायरस को लेकर मंगलवार को से बातचीत के दौरान बताया कि अभी तक हमने कोई एडवाइजरी जारी नहीं की है.
बता दें कि कर्नाटक, महाराष्ट्र , गुजरात और पश्चिम बंगाल के बाद तमिलनाडु में भी एचएमपीवी वायरस के दो केस सामने आए हैं. वायरस के प्रसार को रोकने के लिए राज्य सरकारें सर्तक हैं.
सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग के निदेशक नीलकंठ मिश्रा ने बातचीत के दौरान एक सवाल के जवाब में कहा, “अभी तक हमने कोई एडवाइजरी जारी नहीं की है. उन्होंने कहा कि सामान्य सावधानियां जैसे भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर जाने से बचना और हाथ धोना जरूरी है. इस मामले में गंभीरता मध्यम है और कुछ मामलों में यह न्यूमोनिया में बदल सकती है. सर्दी, बुखार और छींकने जैसे लक्षण होते हैं. हम सार्वजनिक स्थानों पर निगरानी रख रहे हैं. अभी तक कोई विशेष सलाह जारी नहीं की गई है और न ही मास्क पहनना अनिवार्य किया गया है.”
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, एचएमपीवी वायरस मुख्य रूप से पीड़ित व्यक्ति के श्वसन तंत्र को प्रभावित करता है. इसके लक्षण कई मामलों में कोविड-19 के समान ही होते हैं. हालांकि, ये वायरस मुख्य रूप से शिशुओं और छोटे बच्चों को संक्रमित करता है. इस वायरस से संक्रमित मरीज में सबसे आम लक्षण खांसी है. इसके साथ हल्का बुखार, घरघराहट, नाक बहना या गले में खराश जैसे परेशानी भी हो सकती है. वायरस से संक्रमित होने के बाद कुछ मामलों में गंभीर लक्षण आ सकते हैं. सांस लेने में तकलीफ भी हो सकती है.
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