भुवनेश्वर, 21 सितंबर . कांग्रेस नेता और पूर्व वित्त मंत्री पंचानन कानूनगो ने Prime Minister Narendra Modi द्वारा घोषित ‘नेक्स्ट जेनरेशन GST’ की कड़ी आलोचना की है. उन्होंने इसे ‘लोगों को गुमराह करने की रणनीति’ करार देते हुए कहा कि मोदी Government कर ढांचे को सरल बनाने में पूरी तरह विफल रही है.
पंचानन कानूनगो ने से बात करते हुए कहा, “‘एक राष्ट्र, एक कर’ का वादा एक मिथक साबित हो चुका है. आज भी आम आदमी कई करों के बोझ तले दबा हुआ है. GST से कोई फायदा नहीं हुआ, उल्टा आवश्यक वस्तुओं, परिवहन, पेट्रोल और डीजल पर अप्रत्यक्ष कर बढ़ गए हैं. इससे उत्पादकों और उपभोक्ताओं दोनों की लागत चढ़ गई.”
उन्होंने GST प्रणाली को छोटे उद्योगों के लिए अभिशाप बताया और कहा, “एफएमसीजी क्षेत्र, छोटे उत्पादक और एमएसएमई सबसे ज्यादा प्रभावित हैं. हिंदुस्तान यूनिलीवर जैसी बड़ी कंपनियां बाजार पर कब्जा जमाए हुए हैं, जबकि छोटे निर्माता प्रतिस्पर्धा नहीं कर पा रहे. Government एमएसएमई को बढ़ावा देने का दावा करती है, लेकिन जमीनी हकीकत में अनुपालन की जटिलताएं और कर बोझ उन्हें बर्बाद कर रहे हैं.”
पूर्व वित्त मंत्री ने परिवहन और ईंधन करों पर भी निशाना साधते हुए कहा, “राहत देने के बजाय, Government उत्पादकों और उपभोक्ताओं को निचोड़ रही है. GST सुधार के नाम पर केवल बड़े कॉर्पोरेट्स को फायदा पहुंचा है, स्थानीय बाजार और छोटे व्यवसाय तबाह हो रहे हैं.” कानूनगो ने ‘नेक्स्ट जेन GST’ को मौजूदा दोषपूर्ण व्यवस्था का नया चेहरा बताया और कहा कि यह अर्थव्यवस्था की रीढ़ एमएसएमई को वास्तविक लाभ से वंचित रखने की साजिश है. Government को बड़े-बड़े दावे छोड़कर संरचनात्मक मुद्दों का समाधान करना चाहिए.
बता दें कि पंचानन कानूनगो का यह बयान स्वतंत्रता दिवस पर Prime Minister Narendra Modi द्वारा की गई घोषणा के ठीक बाद आया है, जिसमें उन्होंने दिवाली तक GST में दो स्लैब (5 और 18 प्रतिशत) लागू करने और व्यापारियों को राहत देने का वादा किया था.
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एससीएच