पटना, 27 सितंबर . बिहार के पर्यटन विभाग के मंत्री नीतीश मिश्रा ने शुक्रवार को कहा कि राज्य में पर्यटकीय सुविधाओं का निरंतर विकास किया जा रहा है. इस कारण पर्यटकों की संख्या में भी वृद्धि दर्ज की गई है. विभिन्न पर्यटकीय संरचनाओं तथा आधुनिक सुविधायुक्त होटलों के निर्माण एवं विकास, परिवहन के साधनों के विकास, महत्वपूर्ण पर्यटन गंतव्यों पर रोपवे निर्माण की पहल की गई है.
उन्होंने कहा कि पर्यटक स्थलों पर आधारभूत सरंचनाओं के निर्माण एवं विकास के कारण तथा अन्य राज्यों से आने वाले पर्यटकों और विदेशी पर्यटकों की संख्या में आशातीत वृद्धि हो रही है. वर्ष 2023 में राज्य में लगभग 5.46 लाख विदेशी पर्यटकों ने भ्रमण किया था. जबकि, वर्ष 2024 के जुलाई माह तक कुल 2.67 लाख विदेशी पर्यटकों ने राज्य में भ्रमण किया है. अभी गयाजी में चल रहे पितृपक्ष मेला में देश और विदेश से श्रद्धालु बिहार आ रहे हैं.
विश्व पर्यटन दिवस के अवसर पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा कि ऐतिहासिक, धार्मिक, सांस्कृतिक एवं प्राकृतिक रमणीक स्थलों की उपलब्धता बिहार प्रदेश को विश्व के पर्यटन मानचित्र पर विशिष्ट स्थान प्रदान करती है. माता जानकी की जन्मभूमि के विकास के लिए सरकार सतत कार्यशील है, वहां के पूर्ण विकास के लिए योजनाओं का संचालन किया जा रहा है. वहां के विकास के लिए 50 एकड़ भूमि का अधिग्रहण किया जा रहा है.
उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में पारंपरिक छठ पर्व को एक पर्यटन उत्सव बनाने की योजना है, जिसमें टूर पैकेज के माध्यम से देशभर के लोग छठ पूजा आयोजन को देख सकते हैं. हर प्रखंड में एक पर्यटन स्थल के लिए ‘मेरा प्रखंड मेरा गौरव’ और सोशल मीडिया के इन्फलूएंसर्स के लिए ‘बिहार : एक इन्फलूएंसर की नजर से’ प्रतियोगिता की शुरूआत दो अक्टूबर से होने जा रही है.
पर्यटन विभाग के सचिव लोकेश कुमार सिंह ने पर्यटन नीति की विशेषताओं के बारे में बताते हुए आह्वान किया कि उद्यमी आकर 18 प्रकार की योजनाओं पर सीधे कैपिटल सब्सिडी प्राप्त कर सकते हैं. पर्यटन विभाग ने वित्तीय वर्ष 2023-24 में लगभग 509.78 करोड़ रुपये की नई योजना की प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान की है.
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एमएनपी/एबीएम